मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जंक्शन के प्लेटफॉर्म तीन से नौ किशोर के साथ पकड़े गए बेतिया और मोतिहारी के तीन तस्करों को रेल थाना पुलिस ने जेल भेज दिया. पहले सोनपुर स्तिथ रेल कोर्ट में पेश किया गया, जहां से सुनवाई के बाद पश्चिम चंपारण के बैरिया थाना के राजू कुमार, पूर्वी चंपारण के बंजरिया थाना के गोबरी निवासी आनंद कुमार, तुरकौलिया थाना क्षेत्र के जयसिंहपुर खिरवा के राजा बाबू को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
मानव तस्करों ने किया खुलासा: इधर कोर्ट में पेश करने से पहले हुई पूछताछ में मानव तस्करों ने कई महत्वपूर्ण जानकारी पुलिस को दी है. बताया कि वो लोग किशोर को ले जाने से पहले उनके परिवार के आर्थिक स्थिति का आकलन करते हैं, फिर उसके क्षमता से अधिक पैसे का लालच दिया जाता है. इस झांसे में आने के बाद परिजनों को दो माह का एडवांस करीब 25-30 हजार रूपया दिया जाता है. वो सभी किशोर को लेकर एक जगह पहुंचे और फिर ट्रेन से आगे का सफर तय किया.
"इससे पहले भी कई बार किशोरों को मजदूरी के लिए दूसरे राज्य पहुंचा चुके हैं. वहां एक-एक किशोर पर कमिशन मिलता है, 15 दिनों के मेहनताना बतौर कमिशन दिया जाता है."-मानव तस्कर
9 बच्चों को कराया गया मुक्त: बता दें कि जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने संयुक्त रूप से बचपन बचाओ अभियान के तहत बच्चों का रेस्क्यू किया था. उन्हे यशवंतपुर एक्सप्रेस से साउथ के बंगलौर ले जाया जा रहा था. जहां उनसे बक्सा फैक्ट्री में काम कराया जाता. टीम ने छापेमारी कर तीन तस्करों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद 9 बच्चों को मुक्त किया था, सभी बच्चे पश्चिम चंपारण इलाके के अलग-अलग जगह से थे, उनकी उम्र करीब 12 से 16 वर्ष तक की थी.
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