मुजफ्फरपुर: मानसून ने केरल में दस्तक दे दी है. मध्य जून तक इसके बिहार पहुंचने की संभावना है. मानसून आने के साथ ही बिहार को हर साल बाढ़ की विभीषिका झेलनी पड़ती है. बाढ़ से होने वाले नुकसान को कम करने के लिए बिहार सरकार 1 से 7 जून तक बाढ़ सुरक्षा सप्ताह का आयोजन कर रही है. इस दौरान जिलों में बाढ़ से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की जा रही है.
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इसी क्रम में शुक्रवार को मुजफ्फरपुर, अररिया, दरभंगा और शिवहर में समीक्षा बैठक हुई. मुजफ्फरपुर में मंत्री मुकेश सहनी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग द्वारा समीक्षा बैठक की. बैठक में पिछले साल बाढ़ से हुए नुकसान के बारे में जिलाधिकारी ने मंत्री को बताया. डीएम प्रणव कुमार ने कहा, "संभावित बाढ़ को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर सारी तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं. सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ अपने दायित्वों का निर्वाहन कर रहे हैं."
शिवहर: बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर डीएम ने की बैठक
शिवहर में बाढ़ की पूर्व तैयारी को लेकर कलेक्टरेट स्थित मीटिंग हॉल में अधिकारियों के साथ डीएम सज्जन राजशेखर ने बैठक की. बैठक में समीक्षा के क्रम में डीएम ने कार्यपालक अभियंता ग्रामीण कार्य प्रमंडल को निर्देश दिया कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों की सड़कों का मुआयना करें. बाढ़ से पहले मरम्मती कार्य पूरा हो जाना चाहिए. डीएम ने बागमती प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को बागमती तटबंध पर बाढ़ निरोधात्मक और सुरक्षात्मक कार्य प्राथमिकता के आधार पर कराने का निर्देश दिया.
अररिया: 70 नावों की करानी होगी मरम्मत
अररिया के डीएम प्रशांत कुमार ने बाढ़ पूर्व तैयारी को लेकर बैठक किया. डीएम ने कार्यपालक अभियंता और पदाधिकारियों को क्षतिग्रस्त पुल-पुलिया, बांध, तटबंध और सड़क की मरम्मत जल्द पूरा करने का निर्देश दिया. बैठक में वर्षा मापक यंत्र, मोटरबोट की उपलब्धता, नावों की उपलब्धता, नाविकों के लंबित मजदूरी भाड़े का भुगतान, लाईफ जैकेट की उपलब्धता, महाजाल की उपलब्धता, प्रशिक्षित मोटरबोट चालक व गोताखोर, पालिथीन शीट्स की उपलब्धता, ऊंचे शरण स्थलों का चिन्हिकरण करने का निर्देश दिया गया. बैठक में डीएम को बताया गया कि जिले में परिचालन योग्य नाव की संख्या 320 है. वहीं, 70 नाव की मरम्मत करानी होगी.
दरभंगा: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने की समीक्षा बैठक
दरभंगा जिले के बिरौल अनुमंडल मुख्यालय में सांसद गोपाल जी ठाकुर ने बाढ़ पूर्व की जा रही तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. उन्होंने कहा कि बीते दिन आये यास तूफान को लेकर हुई भारी बारिश के कारण नदियों के जलस्तर में काफी वृद्धि हुई है. मानसून शुरू होने के साथ स्थिति भयावह होने की आशंका है. उन्होंने बड़े नावों की संख्या बढ़ाने का निर्देश अधिकारियों को दिया ताकि तेज बहाव व कटान वाले इलाकों में लोगों की सुविधा के लिए नावों का उपयोग हो सके.
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