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बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में एक परीक्षक रोजाना 40 कॉपी ही जांचेंगे, प्रति कॉपी मिलेंगे 30 रुपये - BRABU Decision For Teachers

BRABU Decision For Teachers: बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर बिहार विश्वविद्यालय में कॉपी जांच से लेकर मानदेय तक में बदलाव किया गया है. यहां अब एक परीक्षक प्रतिदिन 40 कॉपी ही जाचेंगे, जबकि मूल्यांकन दर में भी वृद्धि की गई है. वहीं अन्य कार्यों के मानदेय में भी वृद्धि की गई है. पढ़ें पूरी खबर.

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Dec 21, 2023, 12:22 PM IST

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कॉपी जांच से लेकर शिक्षकों के हॉल्टेज (ठहरने) तक में वृद्धि हुई है. मानदेय में भी भारी बढ़ोतरी की गई है. इसकी सहमति प्रति-कुलपति कार्यालय में बनाई गई. अब एक परीक्षक प्रतिदिन 40 कॉपी ही देखेंगे, जबकि स्नातक कॉपियों का मूल्यांकन दर प्रति कॉपी 20 रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए करने का निर्णय हुआ है.

अन्य कार्यों के मानदेय में वृद्धि: बता दें कि पीजी छात्रों की प्रति कॉपी के मूल्यांकन पर 35 रुपए मिलेंगे. हॉल्टेज 600 से बढ़ाकर 1200 रुपए होंगे. सीए भी 150 से बढ़कर 350 रुपए हो जाएंगे, इसी तरह अन्य कार्यों के मानदेय में भी वृद्धि की अनुशंसा कमेटी करेगी. संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के संयोजक डॉ. धर्मेंद्र कुमार चौधरी ने कमेटी के निर्णय पर खुशी जाहिर कर इसे जल्द लागू करने की मांग कुलपति से की है.

परीक्षा बोर्ड, वित्त समिति से ली जाएगी मंजूरी: कमेटी का निर्णय परीक्षा बोर्ड, वित्त समिति और सिंडिकेट की बैठक में रखकर मंजूरी ली जाएगी. इसके बाद इसे लागू किया जाएगा. दरअसल, विवि ने पिछले दिनों मानदेय में वृद्धि का पत्र जारी किया था, लेकिन फैसले के कई बिंदुओं पर शिक्षकों को आपत्ति थी. इसे लेकर शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन किया था.

कमेटी गठित कर लिया गया निर्णय: आंदोलन को देख कुलपति ने वित्त परामर्शी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी. कमेटी में पीयूएसटीएम कॉलेज के डॉ. सुनील कुमार सिंह, एनएन कॉलेज सिंघहारा के डॉ. डीके चौधरी, एसएनएस कॉलेज के प्रो. संत ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह, बीपीएस कॉलेज के डॉ. बबिता कुमारी, डॉ. ए. कॉलेज के डॉ. सत्येन्द्र कुमार सिंह, वाईकेजे कॉलेज की डॉ. सीमा कुमारी, विवि हिंदी विभाग के डॉ. कल्याण कुमार झा, वित्त पदाधिकारी, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक भी शामिल हैं.

80 कॉपी हर दिन देखने पर विरोध: इससे पहले विवि ने निर्देश दिया था कि परीक्षकों को प्रतिदिन 80 कॉपी की जांच करनी होगी. इसके पीछे बड़ी वजह यह थी कि जल्द उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होने पर परीक्षा बाद रिजल्ट में देरी नहीं होगी. लेकिन शिक्षकों का सबसे अधिक विरोध इसी बिंदु पर था. बैठक में इसे घटाकर 40 करने पर सहमति बनी. शिक्षकों को पेमेंट आरटीजीए आरटीजीएस के माध्यम से करने के साथ प्रैक्टिकल में एक्सटर्नल एग्जामिनर की नियुक्ति के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.

पढ़ें: मुंगेर विश्विद्यालय के पहले दीक्षांत समारोह में पहुंचे राज्यपाल, 70 गोल्ड मेडलिस्ट को पदक देकर किया सम्मानित

मुजफ्फरपुर: बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में परीक्षार्थियों की कॉपी जांच से लेकर शिक्षकों के हॉल्टेज (ठहरने) तक में वृद्धि हुई है. मानदेय में भी भारी बढ़ोतरी की गई है. इसकी सहमति प्रति-कुलपति कार्यालय में बनाई गई. अब एक परीक्षक प्रतिदिन 40 कॉपी ही देखेंगे, जबकि स्नातक कॉपियों का मूल्यांकन दर प्रति कॉपी 20 रुपए से बढ़ाकर 30 रुपए करने का निर्णय हुआ है.

अन्य कार्यों के मानदेय में वृद्धि: बता दें कि पीजी छात्रों की प्रति कॉपी के मूल्यांकन पर 35 रुपए मिलेंगे. हॉल्टेज 600 से बढ़ाकर 1200 रुपए होंगे. सीए भी 150 से बढ़कर 350 रुपए हो जाएंगे, इसी तरह अन्य कार्यों के मानदेय में भी वृद्धि की अनुशंसा कमेटी करेगी. संबद्ध डिग्री महाविद्यालय शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारी संघ के संयोजक डॉ. धर्मेंद्र कुमार चौधरी ने कमेटी के निर्णय पर खुशी जाहिर कर इसे जल्द लागू करने की मांग कुलपति से की है.

परीक्षा बोर्ड, वित्त समिति से ली जाएगी मंजूरी: कमेटी का निर्णय परीक्षा बोर्ड, वित्त समिति और सिंडिकेट की बैठक में रखकर मंजूरी ली जाएगी. इसके बाद इसे लागू किया जाएगा. दरअसल, विवि ने पिछले दिनों मानदेय में वृद्धि का पत्र जारी किया था, लेकिन फैसले के कई बिंदुओं पर शिक्षकों को आपत्ति थी. इसे लेकर शिक्षकों ने मूल्यांकन का बहिष्कार कर धरना-प्रदर्शन किया था.

कमेटी गठित कर लिया गया निर्णय: आंदोलन को देख कुलपति ने वित्त परामर्शी की अध्यक्षता में कमेटी गठित की थी. कमेटी में पीयूएसटीएम कॉलेज के डॉ. सुनील कुमार सिंह, एनएन कॉलेज सिंघहारा के डॉ. डीके चौधरी, एसएनएस कॉलेज के प्रो. संत ज्ञानेश्वर प्रसाद सिंह, बीपीएस कॉलेज के डॉ. बबिता कुमारी, डॉ. ए. कॉलेज के डॉ. सत्येन्द्र कुमार सिंह, वाईकेजे कॉलेज की डॉ. सीमा कुमारी, विवि हिंदी विभाग के डॉ. कल्याण कुमार झा, वित्त पदाधिकारी, कुलसचिव और परीक्षा नियंत्रक भी शामिल हैं.

80 कॉपी हर दिन देखने पर विरोध: इससे पहले विवि ने निर्देश दिया था कि परीक्षकों को प्रतिदिन 80 कॉपी की जांच करनी होगी. इसके पीछे बड़ी वजह यह थी कि जल्द उत्तर पुस्तिकाओं की जांच होने पर परीक्षा बाद रिजल्ट में देरी नहीं होगी. लेकिन शिक्षकों का सबसे अधिक विरोध इसी बिंदु पर था. बैठक में इसे घटाकर 40 करने पर सहमति बनी. शिक्षकों को पेमेंट आरटीजीए आरटीजीएस के माध्यम से करने के साथ प्रैक्टिकल में एक्सटर्नल एग्जामिनर की नियुक्ति के मुद्दे पर भी चर्चा हुई.

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