मुजफ्फरपुर: उतर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बहुचर्चित गाजियाबाद धर्मातरण मामले (Religious Conversion Case) से जुड़े जांच के क्रम में उत्तर प्रदेश एटीएस (UP ATS) की टीम के मुजफ्फरपुर आने की प्रशासनिक पुष्टि हो गई है. इस मामले को लेकर मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंतकांत (Muzaffarpur SSP Jayantkant) ने इसे स्वीकार किया है.
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश से जुड़े एक महत्वपूर्ण मामले की छानबीन के क्रम में यूपी एटीएस की टीम शनिवार देर शाम मुजफ्फरपुर आई थी. जहां उसने हथौड़ी में इस मामले में एक मूक बधिर शिक्षक रागिब से पूछताछ की थी.
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मुजफ्फरपुर पुलिस ने दिया सहयोग
मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के एसएसपी ने स्वीकार किया की यूपी एटीएस की छानबीन में सभी जरूरी सहयोग मुजफ्फरपुर पुलिस की ओर से उपलब्ध कराया गया. प्राथमिक जांच के बाद यूपी एटीएस की टीम लौट गई.
पहले मुजफ्फरपुर पुलिस ने साधी थी चुप्पी
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश धर्मांतरण केस से जुड़े मामले की जांच में मुजफ्फरपुर के हथौड़ी के एक मूक बधिर शिक्षक से काफी देर तक पूछताछ की थी. उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम ने जिस युवक से पूछताछ की थी, वह हाल ही में कानपुर से लौटा है. वह कानपुर में ही किसी मूक बधिर स्कूल में बतौर शिक्षक कार्यरत है. यूपी एटीएस की कार्रवाई को लेकर मुजफ्फरपुर पुलिस ने शनिवार को कुछ नहीं बताया था.
पिता ने दिया था जांच में सहयोग का आश्वासन
इस मामले को लेकर मूक बधिर शिक्षक के पिता ने एटीएस द्वारा पूछताछ की बात को स्वीकार किया था. उन्होंने बताया था कि उत्तर प्रदेश एटीएस की टीम उनको और उनके बेटे को लखनऊ ले जाना चाहती थी, लेकिन उन्होंने हर स्तर पर जांच में सहयोग का भरोसा दिलाया. तब उनके लड़के से मुजफ्फरपुर में जरूरी पूछताछ के बाद टीम वापस लौट गई.