मुजफ्फरपुर : बिहार में अक्सर ही अजीबो-गरीब मामला सामने आता है. कभी बड़े-बड़े पुल की दिनदहाड़े चोरी हो जाती है, तो कभी चूहा बांध को कुतर देता है, तो कभी अस्पताल तबेला बन जाता है. इसी बीच मुजफ्फरपुर ने लोगों के हैरानी में डाल दिया (Road In Muzaffarpur) है. इंसान नहीं, यहां सड़क भटक कर आठ किलोमीटर दूर चली गयी है. जिले के मुरौल प्रखंड से सड़क भटककर सकरा प्रखंड में चली गई है. सकरा में जिस गांव के नाम पर सड़क बनी है, वह गांव इस प्रखंड में है ही नहीं, बल्कि 8 किलोमीटर दूर मुरौल प्रखंड में है.
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मुरौल प्रखंड के इटहा गांव से सकरा प्रखंड के निमतल्ला चौक तक सड़क बनाई गई है, जिसकी लंबाई 4.1 किमी है. यह सड़क मझीलिया पंचायत से होते हुए सकरा नगर पंचायत तक गई है. योजना के बोर्ड की सूचना में सड़क का निर्माण मुरौल के इटहा गांव से मुरौल के ही जहांगीरपुर गांव तक अंकित है, जबकि सड़क इटहा से निमतल्ला चौक (Itaha To Nimtalla) तक बनी है. इटहा से जहांगीरपुर पथ वर्ष 2018 में ही बनी थी.
बता दें कि इटहा से दो सड़क जाती है. एक सड़क मझौलिया पंचायत होते हुए निमतल्ला चौक तक जाती है, जबकि दूसरी इटहा से लौतन होते हुए उत्तर दिशा की ओर जहांगीरपुर तक जाती है. सड़क का निर्माण ग्रामीण कार्य विभाग से हाल में ही कराया है. यह पथ ढोली स्टेशन के पूर्वी गुमटी होते हुए मझौलिया पंचायत होकर मुरौल के इटहा गांव गई है.
सड़क निर्माण के बोर्ड पर योजना का नाम जहांगीरपुर इटहा पथ, दूरी 4.1 किलोमीटर, प्राक्कलित राशि 103.411 लाख रुपए, कार्य आरंभ की तिथि 25 फरवरी 2022, जबकि कार्य समाप्ति की तिथि 24 नवंबर 2022 है, जबकि उसी के नीचे जहांगीरपुर का स्टोन लगाया गया है. उस पर 0 किलोमीटर दर्ज है.
पथ पर लगे बोर्ड पर स्थानीय व्यवसायी प्रदीप ने हैरानी जताते हुए कहा कि इतना बड़ा मिस्टेक कैसे हो सकता है. छात्रा दिव्या कहती है कि जब हम स्कूल से अपने घर निमतल्ला चौक के लिए चलते हैं तो मेरे साथी लोग चिढ़ाते हुए कहते हैं कि तुम जहांगीरपुर जा रही हो. जहांगीरपुर का बोर्ड लगा देखकर गांव के अतिथि कई बार रास्ता भटकने लगे हैं.
''ये निमतल्ला चौक है. यहां से जो सड़क जाती है, वो इंटहा की तरफ जाती है, वो सही है. लेकिन यहां इस बोर्ड पर जो जहांगीरपुर लिखा गया है, वह यहां से काफी दूर है. लगभग 4 किलोमीटर दूर है. ये बोर्ड गलत लगाया गया है.'' - सौरभ कुमार, स्थानीय
''जहांगीरपुर यहां नहीं है. यहां से 4 किलोमीटर दूर है. इटहा यहां से 2-3 किलोमीटर दूर है. वैसे जहांगीरपुर और इटहा जाने के लिए यही रूट है. लेकिन बोर्ड की वजह से कई बार लोग कंफ्यूज हो जाते हैं. इस तरह से इसे नहीं लगाना चाहिए था.'' - दीपेश कुमार, स्थानीय
''हमारा जो रोड सैंक्शन है, वह जहांगीरपुर टू इटहा करके सैंक्शन है. हमारे नेटवर्क में वही लिखा हुआ है. कुल 8 किलोमीटर का रोड है. पहले 4 किलोमीटर का मरम्मती हुआ, अभी फिर 4 किलोमीटर का हुआ है. हमने कोई नया काम नहीं किया है, बने रोड को ही रिन्युअल किया है. कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. जो पहले बना, उस समय जो डीपीआर दिया गया उसी नाम को आगे बढ़ाया गया. दरअसल रोड मुरौल ब्लॉक के लिए सैंक्शन है. मुरौल ब्लॉक का जो रोड बना है वह जहांगीरपुर टू इटहा है. आप लोग जो भूल कह रहे हैं वह भूल नहीं है.''- ब्रह्मदेव प्रसाद, जूनियर, इंजीनियर, मुरौल