मुजफ्फरपुर: जिले में 4 बच्चों की मां के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. इस मामले में पुलिस ने तीन नामजद राहुल सिंह, अनिकेत कुमार, निहाल सिंह और दो अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
कर्ज देने के नाम पर बुलाकर सामूहिक दुष्कर्म
जानकारी के मुताबिक पारु थाना इलाके के एक गांव में महिला समूह से रुपये लेनदेन का कार्य करती है. पति बाहर रहकर मजदूरी करता है. महिला को समूह में रुपये जमा करने थे. लेकिन उसके पास रुपये नहीं थे. तो उसने गांव के ही एक युवक से कर्ज मांगा. युवक ने कर्ज देने के लिए उसे फोन कर अकेले नहर के पास बुलाया. युवक अपने पांच साथी के साथ पहले से ही नहर पर घात लगाए बैठा था. महिला को नहर पर अकेले बुलाकर युवकों ने उसे नजदीक की एक झाड़ी में ले जाकर सामूहिक दुष्कर्म किया. जब पीड़ित महिला शोर मचाने लगी तो उसका मुंह दुपट्टे से बांध दिया गया.
आरोपियों ने दी जान से मारने की धमकी
सामूहिक दुष्कर्म के बाद आरोपियों ने किसी को बताने पर महिला को जान से मारने की धमकी दी. जिससे डरी महिला ने कई दिनों तक किसी को इस बारे में जानकारी नहीं दी. आपसी कानाफूसी से घटना की जानकारी पूरे गांव में फैल गई. गांव में खबर फैलते ही सभी सन्न रह गए. तब जाकर मामला पुलिस के पास पहुंचा. पारू थाना में पीड़िता का बयान दर्ज किया गया और कानूनी कार्रवाई शुरू की गई.
अब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं
सामूहिक दुष्कर्म में शामिल पांच आरोपियों में से तीन आरोपियों को महिला पहचानती है. लिहाजा थाने में तीन नामजद नामजद राहुल सिंह, अनिकेत कुमार, निहाल सिंह के अलावे दो अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. थाना प्रभारी ने बताया कि गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
दुमका सामूहिक दुष्कर्म के लिए झारखंड सरकार जिम्मेदार : बिहार की डिप्टी सीएम
बता दें कि मंगलवार को झारखंड के दुमका जिले के मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के एक गांव में 5 बच्चों की मां के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि इस घिनौनी वारदात को 17 लोगों ने अंजाम दिया. इस घटना के बाद, बिहार की डिप्टी सीएम रेणु देवी ने इस शर्मनाक वारदात के लिए झारखंड सरकार को ही जिम्मेदार बताया है. उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार की गलती से हुआ है. ऐसे में बिहार के मुजफ्फरपुर की घटना पर उनका क्या बयान आता है इसका इंतजार होगा.