मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के एक पुजारी के बेटे ने आर्थिक तंगी के बाद भी जेईई मेंस (JEE Main results 2021) में सफलता पायी है. दूधनाथ तिवारी किराए के मकान में अपने परिवार के साथ रहते हैं. मात्र एक रूम होने की वजह से पढ़ाई में काफी परेशानी होती थी. इसके कारण वह सुबह उठकर छत पर पढ़ाई करते थे और शाम होने के बाद फिर छत पर पढ़ाई करते थे.
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अपनी लगन के बदौलत उन्होंने देश के कठिनतम और प्रतिष्ठित परीक्षाओं में से एक जेईई मेंस में सफलता हासिल की है. उन्हें देश में 548वां स्थान मिला है. इस सफलता के कारण उनके परिवार और आसपास के लोगों में काफी खुशी है. दूधनाथ तिवारी के पिता अशोक तिवारी ने कहा, 'ईश्वर की कृपा है कि मेरा बेटा यहां तक पहुंच गया. पूजा-पाठ कर मैं किसी तरह घर चलाता हूं. कोरोना काल में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा, लेकिन भगवान की कृपा के कारण सभी दिक्कतों के बावजूद बेटे को सफलता मिली है.'
"मैंने शुरू से बेटे की पढ़ाई पर ध्यान दिया. विद्या होगी तो आदमी जो चाहे कर सकता है. लॉकडाउन के दौरान काम-धंधा बंद हो गया था. इसके चलते काफी परेशानी झेलनी पड़ी. परमात्मा की इच्छा से कठिन वक्त बीत गया. आज मैं बहुत खुश हूं."- अशोक तिवारी, दूधनाथ तिवारी के पिता
"आर्थिक तंगी के बाद भी मेरे पिता ने हमेशा मेरा सपोर्ट किया. उन्होंने बहुत मेहनत करके मुझे पढ़ाया. मंदिर और लोगों के घरों में पूजा कर उसी पैसों से मुझे पढ़ाया. अभी मैं कम्प्यूटर साइंस विषय से बीटेक करूंगा. इसके बाद मेरा लक्ष्य यूपीएससी क्लियर कर आईपीएस अधिकारी बनना और अपने देश के लोगों के लिए कुछ करना है."- दूधनाथ तिवारी, जेईई मेंस पास करने वाले छात्र
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