मुजफ्फरपुर: समाधान यात्रा के दौरान जब सीएम नीतीश मुजफ्फरपुर पहुंचे तो अपने नेता के बयान पर मीडिया के सवालों से कन्नी काटते नजर आए. सीएम ने कहा कि कौन क्या बोलते रहता है. मेरा पूरा ध्यान लगातार जनता के ऊपर है और क्षेत्र के विकास पर है. इसी के तहत घूम रहे हैं और सबकी शिकायतें सुन रहे हैं.
बलियावी के सवाल पर सीएम नीतीश ने झाड़ा पल्ला: दरअसल जदयू के वरिष्ठ नेता और पूर्व विधान पार्षद गुलाम रसूल बलियावी ने नवादा में एक कार्यक्रम में सेना को लेकर बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि अगर पाकिस्तान से निपटने में तीनों सेना सक्षम नहीं है तो 30 प्रतिशत मुसलमानों की भर्ती करा दें. बलियावी के इसी बयान पर विवाद छिड़ गया है. उनके इस बयान पर बीजेपी नेता हमलावर हैं और सीएम नीतीश से कार्रवाई करने की मांग की जा रही है. मुजफ्फरपुर में सीएम नीतीश से जब इसपर सवाल किया गया तो वे गोलमोल जवाब देते नजर आए.
"धत..कौन क्या बोलता है. हम तो 4 तारीख से ही अपना ध्यान जनता के कार्यों पर लगाए हुए हैं. सबसे मिल रहे हैं और समस्याओं का समाधान कर रहे हैं."- नीतीश कुमार, सीएम, बिहार
योगगुरु बाबा रामदेव पर बलियावी ने की थी टिप्पणी: गुलाम रसूल बलियावी ने योग गुरु बाबा रामदेव और धीरेंद्र शास्त्री पर भी हमला किया था. उन्होंने कहा था "रामदेव विदेशी हैं. उनकी संपति की जांच होनी चाहिए. उनका आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा या जैश-ए-मोहम्मद से संबंध है."
जेडीयू नेताओं ने भी जतायी आपत्ति: बीजेपी के साथ ही जेडीयू नेता भी बलियावी के बयान पर आपत्ति जताई है. जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि इतिहास गवाह है कि देश के सैनिक के पुरुषार्थ पर कोई धर्म और जाति के आधार पर विभाजन की रेखा कतई मंजूर नहीं है. साथ ही साथ सैन्य पुरुषार्थ के अग्निवीर के मसले पर विरोध, पेंशन और अन्य सुविधा की कटौती की गई है. फिर भी जाति और धर्म के आधारा पर सवाल उठाया जाए यह कतई मंजूर नहीं है.