मुजफ्फरपुर: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के दोनों अनुमंडल में चार कृषि क्लिनिक खोले जायेगें. चौथे कृषि रोड मैप के तहत कृषि विभाग की ओर से तैयारी शुरू कर दी गयी है. वहीं इस योजना को लेकर वित्तीय वर्ष-2023-24 के लिए राशि निकासी की भी स्वीकृति दे दी गयी है.
फसल उत्पादन से संबंधित सभी सेवाएं मिलेगी: इस योजना के तहत कृषि क्लिनिक में किसानों को फसल उत्पादन से संबंधित सभी सेवाएं उपलब्ध करायी जायेंगी. इसमें मिट्टी जांच से लेकर बीज विश्लेषण, कीट व्याधि प्रबंधन, पौधा संरक्षण संबंधित छिड़काव, आवश्यक उपकरण व तकनीकी विस्तार सेवा स्थानीय स्तर पर उपलब्ध करायी जायेगी. कृषि विभाग के संयुक्त सचिव शैलेंद्र कुमार ने इस संदर्भ में जिला को गाइडलाइन उपलब्ध कराया है.
2 लाख रुपये की सहायता राशि मिलेगी: इसमें बताया गया है कि कृषि क्लिनिक की स्थापना के लिए कुल अनुमानित लागत 5 लाख रुपये का 40 फीसदी अधिकतम 2 लाख रुपये की राशि सहायता अनुदान के रूप में दी जायेगी. वहीं बाकी राशि आवेदन खुद खर्च करेंगे. इसमें आवेदन के लिए विभाग की ओर से योग्यता और डिग्री के बारे में भी गाइडलाइन उपलब्ध कराया गया है.
पहले आओ पहले पाओ के आधार पर चयन: साथ ही आवेदकों का चयन जिलास्तरीय गठित समिति करेगी. बता दें कि राज्य के 101 अनुमंडलों में कृषि क्लिनिक खोलने की तैयारी है. कृषि विभाग की गाइडलाइन के अनुसार आवेदकों का चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जायेगा. आवेदकों का चयन कृषि स्नातकोतर, कृषि स्नातक, उद्यान स्नातक, कृषि व्यवसाय प्रबंधन स्नातक, कृषि विषय में इंटरमीडिएट, कृषि में डिप्लोमाधारी, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, जीव विज्ञान में स्नातक को प्राथमिकता दी जायेगी.
क्लीनिक में 23 तरह के उपकरण रहेंगे: वहीं चयनित लाभार्थियों को निःशुल्क प्रशिक्षण देने के साथ उनकी इच्छा के अनुसार उर्वरक, बीज, कीटनाशी, लाइसेंस, कस्टम हायरिंग सेंटर अन्य योजनाओं का लाभ देने में प्राथमिकता दी जायेगी. कृषि क्लीनिक में 23 तरह के उपकरण रहेंगे. जिसमें जांच के लिए फर्नीचर, कंप्यूटर, मिट्टी जांच मिनी किट, मिट्टी जांच रसायन नमूना विश्लेषण, सीड टेस्टिंग किट, बाइलाकूलर माइक्रोस्कोप, रेफ्रिजरेटर, कैमरा, मैगनीफाइंग ग्लास, इन्सेक्ट डिस्प्ले बॉक्स सहित 23 तरह के उपकरण को शामिल किया गया है.
इसे भी पढ़े- जम्मू-कश्मीर में पौधों और फसलों की स्वास्थ्य जांच के लिए अनोखे क्लिनिक