मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में गल्ला व्यवसायी हत्याकांड में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने छानबीन के दौरान एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. जिससे पूछताछ की जा रही है. बतौर पुलिस जिस आरोपी को गिरफ्तार किया गया है, वह स्मैक और शराब की तस्करी भी करता है, जिसके पास से स्मैक और भारी मात्रा में शराब बरामद की गई है. बता दें कि 19 अप्रैल की देर शाम अहियापुर थाना क्षेत्र के पटियासा चौक के समीप गल्ला व्यवसायी नीलेश राज को लूटपाट के दौरान गोली मार दी गई थी, जिसका इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस केस दर्ज कर छापेमारी कर रही थी.
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एक बार आरोपी को पकड़ कर छोड़ दियाः इस कार्रवाई के बारे में एसएसपी राकेश कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि इस कांड को लेकर एक विशेष टीम का गठन किया गया था, जिसमें सिटी एसपी अमरेंद्र प्रताप सिंह, नगर डीएसपी राघव दयाल, अहियापुर थानाध्यक्ष अरुण कुमार और डीआईओ की टीम को शामिल किया गया था. टीम ने इस कार्रवाई के दौरान एक आरोपी को दिल्ली से गिरफ्तार कर पूछताछ के लिए लाई थी, जिसकी पहचान बखरी टरमा निवासी विशाल पांडेय के रूप में हुई है. शुरुआती पूछताछ में कुछ खास जानकारी नहीं मिली. इसके बाद उसे पीआर बांड पर छोड़ दिया गया था.
आरोपी को दोबारा किया गिरफ्तारः इसके कुछ दिन बाद तकनीकी अनुसंधान के क्रम में कई संदिग्ध साक्ष्य मिला, जिसके आधार पर विशाल को फिर से गिरफ्तार किया गया. दोबारा पूछताछ में मामले का खुलासा हुआ. विशाल ने स्वीकार किया कि दो और अन्य अपराधियों के साथ मिलकर हत्या की घटना को अंजाम दिया है. हत्या के बारे में पूछताछ के दौरान यह भी खुलासा हुआ कि विशाल पांडेय स्मैक और शराब की तस्करी भी करता है. घटना के पूर्व स्मैक और शराब की एक खेप मंगाई गई थी. इसी के निशानदेही पर अहियापुर थाना क्षेत्र के गराहा चौक के जितेंद्र कुमार सिंह के घर में छापेमारी की गई.
अन्य की गिरफ्तारी के लिए छापेमारीः इस छापेमारी में पुलिस ने 46 पुरिया स्मैक और करीब 25 पेटी अवैध शराब बरामद की गई है. विशाल पांडे के घर से घटना में प्रयुक्त हथियार व कारतूस बरामद किया गया है. एसएसपी ने बताया कि विशाल पांडे का पूर्व आपराधिक इतिहास रहा है. करीब 9 मामले में संलिप्त रहा है. घटना में शामिल अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है.
"19 अप्रैल की घटना है, लूटपाट के दौरान गल्ला व्यवसायी को गोली मारी गई थी, जिसका इलाज के दौरान मौत हो गई थी. इस मामले में पुलिस पूछताछ के लिए एक आरोपी को दिल्ली से हिरासत में लिया गया था. पूछताछ में कोई साक्ष्य नहीं मिलने के बाद उसे पीआर बांड पर छोड़ दिया गया था. छानबीन में कई साक्ष्य मिलने के बाद फिर से उक्त आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसने घटना में अपनी संलिप्ता स्वीकार की. यह आरोपी शराब और स्मैक का भी तस्करी करता है, जिसके पास से स्मैक और शराब के साथ हथियार बरामद की गई है." -राकेश कुमार, एसएसपी, मुजफ्फरपुर