मुंगेर : बिहार के मुंगेर जिले के धरहरा प्रखंड के नक्सल प्रभावित सखौल गांव निवासी पप्पू कोड़ा के दो बेटे की तालाब में डूबने से मौत हो गई. लोगों ने घटना की जानकारी स्थानीय लड़ैइयांटांड थाना के पुलिस पदाधिकारी विश्वनाथ राम अपने पुलिस बलों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल मुंगेर भेज दिया.
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तालाब में डूबने से दो बच्चों की मौत: प्राप्त जानकारी के अनुसार सखौल गांव निवासी पप्पू कोड़ा के बड़े बेटे रोहन कुमार (11 वर्ष) और छोटा बेटा सावन कुमार (8 वर्ष) स्कूल में छुट्टी रहने के कारण अपने गाय को चराने के लिए जंगल की ओर निकला था. गाय चराने के दौरान रोहन और सावन पास के ही एक तालाब में नहाने लगे. तालाब में नहाने के दौरान दोनों बच्चे गहरे पानी में चले गये और डूबने लगे. डूबते बच्चों ने अपनी जान बचाने के लिए शोर मचाया.
गाय चराने गये थे दोनों भाई: बच्चों के चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर वहां पहुंचे बच्चों के फूफेड़ा भाई ने तालाब में छलांग लगाकर डूब रहे रोहन और सावन को बचाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन असफल रहे. ग्रामीणों के सहयोग से कुछ देर बाद दोनों बच्चों को तालाब से निकालकर स्थानीय बंगलवा गांव निवासी ग्रामीण चिकित्सक स्वदेश ठाकुर के यहां ले जाया गया. जहां डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया.
गांव में पसरा मातम: रोहन और सावन की मौत की सूचना मिलने के बाद अजीमगंज के पूर्व मुखिया योगेंद्र कोड़ा मृतक के परिजनों से मिलकर ढांढस बंधाया और मृतक बच्चों के अंतिम संस्कार के लिए तत्काल 5 हजार रुपए नगद राशि दी. दो बच्चों की मौत के बाद सखौल गांव में मातम छा गया है. वहीं जंगल में गाय चराने गए मृतक के पिता पप्पू कोड़ा को भी अभी तक यह पता नहीं है कि उनका दोनों पुत्र अब इस दुनिया में नहीं है. स्थानीय ग्रामीण भी दोनों बच्चों की मौत से दुखी हैं.