मुंगेर: जमालपुर रेल कारखाना के 159वें स्थापना दिवस के अवसर पर रेल निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा ने केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया. संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने 21 सूत्री मांगों को पूरी करने की मांग की.
संघर्ष मोर्चा के संयोजक सह पूर्व सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव के नेतृत्व में ये विरोध प्रदर्शन किया गया. इस विरोध प्रदर्शन में कई राजनीतिक दल और सामाजिक संगठनों के नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए. विरोध प्रदर्शन के दौरान संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने सरकार और विभागगीय अधिकारियों को कारखाना के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करने की चेतावनी दी.
"यहां के अधिकारी सरकार के शह पर कारखाना में प्रदत्त कार्यभार को दूसरे जगह स्थानांतरण करने की साजिश कर रहे हैं. नीजीकरण, आऊटशोर्शिंग और ठिकेदारी प्रथा में पूरी तरह से कारखाना को ढकेलने की साजिश की जा रही है."- पप्पू यादव, संयोजक, संघर्ष मोर्च
उग्र आंदोलन की चेतावनी
इसके अलावा पप्पू यादव ने चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार, जनप्रतिनिधि और अधिकारी कार्यभार के सवाल पर दलिलें देना बंद कर साकारात्मक कदम उठाए, नहीं तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.
'जमालपुर रेल कारखाना को मिटाने की हो रही साजिश'
इस मौके पर मोर्चा के सह संयोजक और जेडीयू के वरिष्ठ नेता कन्हैया सिंह ने कहा कि जमालपुर रेल कारखाना और रेल नगरी, भारतीय रेल की दिशा और दशा तय किया है. आज उसी को मिटाने की साजिश हो रही है. ये शहर वासियों के साथ धोखा है. मोर्चा की मांगे हमारा अधिकार है. जिसे हम लेकर रहेंगे.