मुंगेर: सूबे में शराब बिक्री और बरामदगी को लेकर सत्ता पक्ष पर विपक्ष केवल दबाव ना बनाए बल्कि खुद भी अपने गिरेबान में झांके. अवैध शराब के मामले में सभी नेता लिप्त है. विपक्ष के सभी 70 विधायकों को शपथ पत्र देना चाहिए कि वे इस धंधे में लिप्त नहीं है. तभी सत्तापक्ष को शर्म आएगी और उसके मंत्री विधायक जो इस धंधे में लिप्त है वे इस्तीफा देंगे. ये बातें मुंगेर में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव ने कही.
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उचित मुआवजा नहीं मिलने पर दी आंदोलन की चेतावनी
शनिवार को जन अधिकार पार्टी के प्रमुख और पूर्व सांसद मुंगेर पहुंचे थे. जिले के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत लाल दरवाजा में मुआवजे की मांग को लेकर धरना दे रहे सैकड़ों किसानों के साथ शनिवार को पप्पू यादव धरना में शामिल हुए. धरना को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुंगेर-खगरिया रेल सह सड़क पुल में सड़क पथ के लिए जो एप्रोच रोड बनाया जा रहा है. उस एप्रोच पथ में अधिग्रहित जमीन के भू स्वामियों को उचित मुआवजा मिले. उन्होंने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार की दोहरी नीति नहीं चलेगी. उन्होंने कहा कि 15000 रुपये प्रति कट्ठे की दर से जो मुआवजा रैयतों को दी जा रही है, वह गलत है. उन्होंने कहा कि अगर सही मुआवजा राशि किसानों को नहीं मिली तो वे किसानों के हक के लिए आंदोलन करेंगे.
सूबे में शराबबंदी ढ़कोसला
वहीं, मुंगेर पहुंचे पप्पू यादव ने कहा कि सूबे में शराबबंदी ढ़कोसला बनकर रह गया है. इसमें करोड़ों रुपयों के वारे-न्यारे हो रहे हैं. इस धंधे में सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ के नेता संलिप्त हैं. उन्होंने कहा कि अगर सही तरीके से जांच की जाए तो दोनों तरफ के कई नेता अंदर चले जाएंगे. उन्होंने कहा कि विपक्ष सत्तापक्ष पर केवल दबाव ना बनाए बल्कि उदाहरण पेश करें.
'विपक्ष के सभी 70 विधायक शपथ पत्र दे कि वे इस धंधे में लिप्त नहीं है. यहां तो हर नेता शराबबंदी के बाद शराब के धंधे में लिप्त है. सब ढकोसला है, आज रामसूरत राय कल कोई और. आखिर चोर-चोर मौसेरा भाई ही दोनों है. जन अधिकार पार्टी निश्चित रूप से रामसूरत राय से भी इस्तीफे की मांग करती है. लेकिन विपक्ष भी उदाहरण पेश करें. सभी विधायक जांच कराएं. जांच के बाद ही दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा'.- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो