मुंगेरः जिले में गंगा का जलस्तर वार्निंग लेबल 38.33 से ऊपर पहुंच गया है. 38.40 मीटर पर से ऊपर गंगा बह रही है. जिसके कारण निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बरियारपुर के कई इलाकों में कटाव भी शुरू हो गया है.
वहीं बाढ़ के पानी में सैकड़ों एकड़ कृषि योग्य भूमि बाढ़ के पानी में समा गया है और फसल डूबने से किसानों को काफी नुकसान हुआ है. दियारा इलाके में बाढ़ का पानी घुसने से दियारावासी ऊंचे स्थान पर शरण लेने को मजबूर हैं.
गंगा का बढ़ रहा जलस्तर
मुंगेर में मंगलवार को गंगा का जलस्तर वार्निंग लेबल 38.33 मीटर से ऊपर 38.40 मीटर पर पहुंच गई है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार अभी गंगा का जलस्तर और बढ़ेगा. मुंगेर में गंगा के खतरे का निशान 39.33 है. लेकिन गंगा का जलस्तर 38 मीटर ऊपर पहुंचते ही. गंगा के किनारे बसे आधा दर्जन से अधिक पंचायत के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. वार्निंग लेवल से ऊपर गंगा बहने के कारण कुतलूपुर, टीका रामपुर, मय, शंकरपुर, महुली समेत कई पंचायत के निचले इलाके में रहने गांव के लोग ऊंचे स्थान पर रहने को चले गए हैं.
24 घंटे में 7 सेंटीमीटर बढ़ा जलस्तर
गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. सोमवार को गंगा का जलस्तर जहां वार्निंग लेवल 38.33 तक पहुंचा था. वहीं आज 24 घंटे के बाद गंगा का जलस्तर 38.40 तक पहुंच गया है. केंद्रीय जल आयोग के अनुसार जलस्तर अभी 10 से 20 सेंटीमीटर जलस्तर और बढ़ने की संभावना है.
बाढ़ राहत कार्य किया जाएगा शुरू
सदर अनुमंडल पदाधिकारी खगेश चंद्र झा ने कहा कि फिलहाल बाढ़ की संभावना अभी नहीं बनी है. खतरे के निशान 39.33 तक अगर गंगा पहुंचती है, तो बाढ़ राहत कार्य शुरू किया जाएगा. निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए पर्याप्त संख्या में नाव है. अधिकारी की सतत निगरानी गंगा के जलस्तर पर बनी हुई है.