मुंगेर: बिहार के मुंगेर में हर्ष फायरिंग के वायरल वीडियो मामले में दूल्हा समेत 20 लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है. मुफस्सिल थाना में दर्ज प्राथमिकी में दूल्हा सूरज समेत 3 लोगों को नामजद किया गया है. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. मुख्यालय मामले में डीएसपी आलोक रंजन ने दूल्हा समेत तीन नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किये जाने की पुष्टि की है.
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जानकारी के अनुसार, 11 फरवरी को मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुली गांव से बारात मुंगेर जिले के कासिम बाजार थाना क्षेत्र में डिप्टी मेयर सुनील राय के घर जा रही थी. तभी दूल्हे राजा बने सूरज अपने घर के बाहर अपनी लग्जरी गाड़ी पर चढ़ गये और राइफल से दनादन गोलियों की बौछार (Groom do Harsh Firing in Munger) कर दी. इसके बाद बारात में शामिल दूसरे कई बारातियों ने भी जमकर हर्ष फायरिंग की. इस हर्ष फायरिंग में किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है. शादी में हर्ष फायरिंग का वीडियो मुंगेर में तेजी से वायरल होने के बाद पुलिस की ओर से कार्रवाई की गई है.
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो के मामले में मुख्यालय डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि मामले की जानकारी मिली है. जांच के दौरान पता चला है कि वह वीडियो मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महुली गांव निवासी किशोर यादव के पुत्र सूरज कुमार की 11 फरवरी को शादी की है. महुली किशोर यादव के घर से बारात निकलने के दौरान दूल्हा बना उसका पुत्र सूरज समेत अन्य परिजन फायरिंग करते दिख रहे हैं.
डीएसपी आलोक रंजन ने बताया कि आगे बताया कि मुफसिल थाना में दूल्हा समेत तीन नामजद और 20 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की करवाई की जा रही है. उन्होंने आगे बताया कि महुली गांव से बारात कासिम बाजार थाना के खोजा बाजार आ रही थी. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है. बताते चलें कि आरोपी दूल्हे कि शादी मुंगेर नगर निगम के उपमहापौर सुनील राय की पुत्री के साथ हुई है. अपनी शादी की खुशी में दूल्हा सूरज ने अपने घर के पास हर्ष फायरिंग की थी.
बता दें कि हर्ष फायरिंग कानूनन अपराध है. इस दौरान किसी की मौत होने पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाता है. लेकिन, सुप्रीम कोर्ट और अलग-अलग राज्यों में हाईकोर्ट ने हर्ष फायरिंग रोकने के लिए सख्त आदेश जारी किए हैं. यही नहीं, कई राज्यों में अलग-अलग समय पर डीजीपी स्तर पर इसे रोकने के लिए सर्कुलर भी जारी किए जाते रहे हैं. बावजूद इसके हर्ष फायरिंग रोकने में पुलिस असफल होती रही है. आदेश तो ये भी है कि एक सप्ताह में आरोपियों के लाइसेंसी असलहे निरस्त कर दिए जाएं, लेकिन तमाम आदेशों और नियमों की धज्जियां उड़ाई जाती है और पुलिस बेबस दिखती है.
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नोट- आपके शहर या क्षेत्र में कोई अपराध या हादसे की सूचना मिलती है, तो आप इसकी जानकारी इस नंबर 1860 345 6999 पर दे सकते हैं.
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