मुंगेर: गुरुवार को मुंगेर डीआईजी शफीउल हक जब अपने कार्यालय जा रहे थे, तभी रास्ते में एसडीओ कार्यालय के पास तीन प्रशिक्षु दारोगा मटरगश्ती करते दिखे. जिसके बाद उन्होंने तीनों से पूछताछ की, जिसमें तीनों ने डीआईजी को बताया कि लॉकडाउन को लेकर उनकी ड्यूटी पोलो ग्राउंड गेट के पास लगाई गई है.
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अधिकारी को किया नजर अंदाज
डीआईजी ने बताया कि वो तीनों मटरगश्ती में इतने मसरूफ थे कि अपने वरीय अधिकारी को आते हुए नजर अंदाज कर दिया. कार्यालय पहुंचने के बाद डीआईजी शफीउल हक ने प्रशिक्षु दारोगा रविकांत प्रसाद और अजितेंद्र कुमार को 2-2 निंदन की सजा और धनंजय दास को एक निंदन की सजा दी है.
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क्या कहते हैं डीआईजी
इस संबंध में डीआईजी शफीउल हक ने बताया कि प्रशिक्षु दारोगा रविकांत प्रसाद और जितेंद्र कुमार बिना टोपी पहन के घूम रहे थे. धनंजय दास के सिर पर टोपी थी. इसलिए उसे एक निंदन की सजा दी गई है.