मुंगेरः 71वें संविधान दिवस पर गुरुवार को जिलाधिकारी के निर्देशन में जिले के सभी सरकारी दफ्तरों में कार्यक्रमों का आयोजन और प्रस्तावना का पठान कराया गया. इस दौरान मौलिक कर्तव्यों की शपथ दिलाई गई. वहीं, सभी थानों में पुलिस कर्मियों और अधिकारियों ने शपथ संविधान रक्षा की शपथ ली.
दिलाई गई मौलिक कर्तव्यों की शपथ
डीएम रचना पाटिल ने किला परिसर स्थित समाहरणालय परिसर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों को मौलिक कर्तव्यों की शपथ दिलाई. उन्होंने कहा कि हम भारत के संविधान में वर्णित मूल कर्तव्यों का पालन करेंगे. हमें संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज और राष्ट्रीय प्रतीकों का आदर करना चाहिए. डीटीओ रामशंकर ने कहा कि अनेकता में एकता की मिशाल है भारत का संविधान, हमें संवैधानिक व्यवस्था के साथ चलते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करना चाहिए.
2015 से मनाया जा रहा संविधान दिवस
बता दें कि 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा ने औपचारिक रूप से संविधान को अपनाया था. जिसे 26 नवंबर 1950 को लागू किया गया. 19 नवंबर 2015 को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने नागरिकों के बीच संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देने के लिए हर साल 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था. तब से लेकर आज तक प्रत्येक 26 नवंबर को संविधान दिवस मनाया जाता है. इस दिन सभी सरकारी कार्यालय में अधिकारी एवं कर्मचारी संविधान की रक्षा की शपथ लेते हैं. आज के दिन को संविधान दिवस के रूप में मनाने का एकमात्र बड़ा कारण वेस्टर्न कल्चर के दौर में देश के युवाओं के बीच में संविधान के मूल्यों को बढ़ावा देना है.