मधुबनी: वैश्विक महामारी कोरोना संकट में भी बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है. ऐसी परिस्थिति में भी शिशुओं के स्वास्थ्य को लेकर विभाग चिंतित है. कोरोना महामारी में शिशुओं के लिए जरुरी स्वास्थ्य सेवाएं जैसे एसएनएससीयू और एनआरसी की सुविधा पहले की तरह प्रदान की जाएगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार ने पत्र लिखकर जिले के सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा को निर्देश जारी किया है.
चिकित्सकीय सुविधा किया जाएगा प्रदान
पत्र में शिशुओं के स्वास्थ्य संबंधित गतिविधियों के संचालित करने के लिए प्रावधान और मार्गदर्शन दिये गये हैं. जिसमें कंटेनमेंट जोन, बफर जोन और ग्रीन जोन में शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के संचालन को लेकर दिशा निर्देश दिया गया है. बीमार नवजात शिशु की देखभाल, डिस्चार्ज शिशु का फॉलो-अप और फैमली पार्टीसिपेट्री केयर कराया जाएगा. कंटेनमेंट जोन और बफर जोन में बीमार नवजात शिशु को नजदीक के एसएनसीयू में चिकित्सकीय सुविधा प्रदान किया जायेगा. प्रत्येक एसएनसीयू (स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट) में प्रवेश द्वार के पास ट्राइजिंग के लिए एक रेडिंयट वार्मर भी उपलब्ध कराया जायेगा.
उचित व्यवस्था के साथ रेफर
कोविड-19 के संदिग्ध मरीज के लिए स्टेप डाउन/ फैमली पार्टीसिपेट्री केयर कमरे को दो रेडिंयट वार्मर के साथ तैयार रखने के भी निर्देश दिए गए हैं. एसएनसीयू में फैमली पार्टीसिपेट्री केयर को वर्तमान परिस्थितियों तक स्थगित रखा जायेगा. बफर जोन से बाहर यानि ग्रीन जोन में सामान्य दिशा-निर्देशों के अनुसार सभी सेवाओं को जारी रखा जायेगा.
पत्र के माध्यम से बताया गया है कि कोविड-19 के पॉजिटिव नवजात को स्थिरीकरण करने के बाद राज्य सरकार के कोविड-19 के दिशा-निर्देश के आलोक में कोविड-19 के मरीजों के लिए चिन्हित संस्थानों एनएमसीएच, एएनएमएमसीएच और जेएलएनएमसीएच तथा नजदीकी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में उचित व्यवस्था के साथ रेफर किया जायेगा.
डिस्चार्ज शिशुओं का फॉलो-अप
पत्र के अनुसार एसएनसीयू से डिस्चार्ज नवजात शिशुओं के संबंध में माता या देखभालकर्ता के साथ एसएनसीयू के डाटा इंट्री ऑपरेटर की ओर से फैसलिटी फॉलो-अप और आशा कार्यकर्ता की ओर से सामुदायिक फॉलोअप दूरभाष के माध्यम से सुनिश्चित किया जायेगा. सिर्फ गंभीर नवजातों को ही उचित वाहन के माध्यम से एसएनसीयू में भर्ती कराया जायेगा. कोविड-19 के बचाव के उद्देश्य से स्वास्थ्य कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान ही शिशुओं के स्वास्थ्य संबंधित आवश्यक पूछताछ करेंगे. आवश्यक सेवा के लिए सुविधाएं प्रदान किया जायेगा.
नवजात शिशु देखभाल की सुविधा
कंटेनमेंट और बफर जोन में नवजात शिशुओं को दूरभाष के माध्यम से नियमित गृह आधारित नवजात शिशु देखभाल की सुविधा मिलेगी. आशा कार्यकर्ताओं की ओर से नियमित फॉलोअप किया जायेगा. साथ ही कोविड-19 कार्यकर्ताओं की ओर से गृह भ्रमण के दौरान शिशुओं के स्वास्थ्य और पोषण संबंधित आवश्यक पूछताछ की जायेगी. साथ ही आवश्यक सेवाएं उपलब्ध करायी जायेगी. ग्रीन जोन में एचबीएनसी भ्रमण पूर्ववत दिशा-निर्देशों के अनुसार होगा.
उचित रेफरल की पूर्ण व्यवस्था
कंटेनमेंट और बफर जोन में कोविड-19 से बचाव के लिए चिकित्सकीय जटिलता वाले अतिगंभीर कुपोषित बच्चों को पोषण पुनर्वास केंद्र में चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध करायी जायेगी. कुपोषित बच्चों के उचित रेफरल की पूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित की जायेगी. 102 एंबुलेंस सेवा मुफ्त में उपलब्ध करायी जायेगी. एनआरसी(पोषण पुनर्वास केंद्र) से डिस्चार्ज बच्चों को नियमित रूप से दूरभाष के माध्यम से फॉलोअप किया जायेगा. ग्रीन जोन में यह सेवा पूर्ववत संचालित किया जायेगा.
पत्र में निर्देश दिया गया है कि मां और नवजात शिशु को यथासंभव एक साथ रखा जाये. साथ ही कोविड-19 के बावजूद जन्म के एक घंटे के अंदर स्तनपान शुरू करना सुनिश्चित किया जाये. शिशुओं को हर बार स्तनपान कराते समय मां की ओर से मास्क का प्रयोग और हाथ की स्वच्छता का पालन सुनिश्चित किया जाये.