मधुबनीः बाढ़ की विभीषिका से त्रस्त किसान महंगे दामों पर धान का बिचड़ा खरीदकर दोबारा रोपनी कर रहे हैं. ये किसान सरकार की मदद की आस लगाए हुए हैं. लेकिन अब तक इन्हें कोई सरकारी सहायता नहीं मिली है. जबकि जिले में बड़े पैमाने पर खरीफ की फसल को बाढ़ के कारण नुकसान पहुंचा है.
जिले के किसान बाढ़ की भीषण विभीषिका को झेल रहे हैं. खरीफ की फसल को बाढ़ के कारण काफी नुकसान पहुंचा है. धान की जो भी रोपनी हुई थी, सभी फसलें बर्बाद हो गई है. चिंता में डूबे किसानों को अब सरकार से ही उम्मीद है.
'नहीं मिली सरकार से मदद'
किसानों का कहना है कि समय पर फसल क्षति का मुआवजा मिल जाता तो बड़े पैमाने पर बिछड़ा खरीद कर दोबारा धान की रोपनी करते. लेकिन सरकारी सहायता राशि नहीं मिलने के कारण किसान ऊंचे दामों पर भी बिचड़ा खरीद कर दोबारा धान की रोपनी कर रहे हैं.
रोपनी कर रहे किसान निराला ने बताया- बाढ़ के कारण धान की फसलें बर्बाद हो गई हैं. दोबारा ऊंचे कीमत पर बीज खरीदकर धान की रोपनी कर रहे हैं. सरकार कर द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार का मदद नहीं मिली है.
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'बहुत जल्द मिलेगी सरकारी सहायता'