मधुबनी: जिले में शौचालय निर्माण कार्य में धांधली हो रही है. शौचालय के लिए सरकार की ओर से पैसे दिए जाते हैं. लेकिन जब पैसा शौचालय बनवाने वाले व्यक्ति को दिया जाता है तो उससे पहले 2 से 4 हजार रुपये लिये जाते हैं. वहीं स्थानीय लोगों का यह भी आरोप है कि शौचालय के लिए दूसरे जमीनों पर भी गड्ढा खोद कर फोटो ले कर दिखा दिया जाता है.
सराकरी शौचालय बनाने के लिए घूसखोरी
दरअसल, पीएम नरेंद्र मोदी की ओर से पूरे देश में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है. इस स्वच्छता अभियान के तहत खुले से मुक्त भारत बनाने के उद्देश्य से हर घर को शौचालय की सुविधा मुहैया करवाई जा रही है. लेकिन भारत सरकार के इस योजना के ठीक विपरीत अधिकारियों की मिलीभगत से शौचालय निर्माण में भारी धांधलीबाजी देखने को मिल रही है. 'स्वच्छ भारत सुंदर भारत' के अभियान को सफल बनाने के बजाय बिचौलियों के माध्यम से अधिकारी शौचालय निर्माण के राशि में लूट मचाने में लगे हुए हैं.
पैसे देने पर ही दी जाती है शौचालय की धनराशि
पूरा मामला जिले के नगर पंचायत झंझारपुर का है. यहां शौचालय निर्माण की राशि देने के बदले में लाभुकों से 2 से 4 हजार रुपये तक की अवैध राशि ली जा रही है. जो व्यक्ति पैसा देता है, उनको शौचालय निर्माण कार्य की राशि दे दी जाती है. वहीं जो व्यक्ति पैसे देने में सक्षम नहीं है, उन्हें शौचालय की राशि नहीं दी जाती है.
नहीं बनाये जाते हैं शौचालय
स्थानीय लोगों ने बताया कि पहले 2 हजार रुपये लिये जाते थे, लेकिन अब 3 से 4 हजार रुपये लिये जा रहे हैं. वहीं दूसरे जमीन में गड्ढा करके फोंटो खिंचवा कर इस काम को दिखा दिया जाता है. इस मामले में कार्यपालक पदाधिकारी अमित कुमार ने बताया कि इस तरह की शिकायत हमें नहीं मिली है. शिकायत मिलने पर कार्रवाई की जाएगी.