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खत्म हो रहा है 'सुशासन' की सरकार का इकबाल! लोग बोले- जंगलराज से भी बदतर है ये शासनकाल

'सुशासन बाबू' के नाम से मशहूर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज में अपराध का ग्राफ नीचे उतर ही नहीं रहा है. आज हम बात कर रहे हैं मधेपुरा की. यहां पिछले कुछ दिनों से अपराध का ग्राफ तेजी से बढ़ा है, जिसके चलते लोगों में खौफ है.

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Published : Nov 26, 2019, 9:51 AM IST

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मधेपुरा: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. बढ़ते अपराध पर सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं मधेपुरा की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

नीतीश को मिला सुशासन बाबू का तमगा
लालू-राबड़ी शासनकाल को बढ़े अपराध को लेकर विपक्ष जंगलराज के रूप में चर्चित कर चुका है. अब 15 साल बाद मौजूदा समय में सीएम नीतीश के शासनकाल में लोगों को वापस उस दौर का खौफ सता रहा है. मुख्यत 2005 से राज्य की कमान संभाल रहे नीतीश ने शुरुआती वक्त में बेहतर काम किया, विकास के साथ-साथ क्राइम भी कंट्रोल हुआ, नतीजतन उन्हें सुशासन बाबू का तमगा मिला.

बढ़ते अपराध पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या वाकई लौट रहा है जंगलराज
हालांकि बदलते वक्त के साथ-साथ मौजूदा समय में लोग डर रहे हैं कि कहीं फिर से पुराना वक्त ना लौट आए. बिहार में लगातार बढ़ रही लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या वाकई अपराधियों में कानून का खौफ नहीं रहा, क्या वाकई सरकार का इकबाल अब खत्म हो रहा है, क्या वाकई जंगलराज लौट रहा है.

crime in madhepura
संजीव कुमार, सचिव, जिला अधिवक्ता संघ मधेपुरा

घटनाओं के लिए सरकार जिम्मेदार
आम लोगों को इंसाफ दिलाने वाले जिला अधिवक्ता संघ के सचिव संजीव कुमार का कहना है कि इन घटनाओं के लिए सरकार जिम्मेदार है.

crime in madhepura
अमन कुमार रितेश, छात्र

सुशासन के तमाम दावे हुए फेल
युवा वर्ग का मानना है कि बिहार की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है और सुशासन के तमाम दावे फेल हो चुके है.

crime in madhepura
प्राची प्रिया , छात्रा

टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करे सरकार
12वीं की छात्रा ने सरकार से टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करने की मांग की ताकि मुश्किल समय में मदद मांगी जा सके.

crime in madhepura
नूतन सिंह, नेत्री, JAP

बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं
जिले में काम कर रही JAP नेत्री नूतन सिंह के अनुसार बिहार में बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है.

crime in madhepura
शौकत अली,समाजसेवी

नीतीश के शासन में जंगलराज से भी ज्यादा बदतर स्थिति
समाजसेवी शौकत अली ने तो यहां तक कह दिया की नीतीश कुमार की सरकार में जंगलराज से भी ज्यादा बदतर स्थिति है.

crime in madhepura
संदीप शांडिल्य, स्थानीय निवासी

साइबर सेल एक्टिवेट करे प्रशासन
स्थानीय संदीप शांडिल्य के प्रशासन को अपना सायबर सेल एक्टिवेट करने की मांग की ताकि सोशल मीडिया के जरिए हो रही वारदातें भी रोकी जा सके.

मधेपुरा: बिहार में नीतीश कुमार सुशासन बाबू कहे जाते हैं. सुशासन का मतलब अच्छा शासन. लेकिन, बिहार में तेजी से बढ़ते अपराध के बीच नीतीश सरकार के सुशासन की पोल खुलती नजर आ रही है. बढ़ते अपराध पर सरकार को आइना दिखाने के लिए ईटीवी भारत की टीम आम लोगों से बात कर रही है. आइए जानते हैं मधेपुरा की जनता लॉ एंड ऑर्डर पर क्या बोलती है.

नीतीश को मिला सुशासन बाबू का तमगा
लालू-राबड़ी शासनकाल को बढ़े अपराध को लेकर विपक्ष जंगलराज के रूप में चर्चित कर चुका है. अब 15 साल बाद मौजूदा समय में सीएम नीतीश के शासनकाल में लोगों को वापस उस दौर का खौफ सता रहा है. मुख्यत 2005 से राज्य की कमान संभाल रहे नीतीश ने शुरुआती वक्त में बेहतर काम किया, विकास के साथ-साथ क्राइम भी कंट्रोल हुआ, नतीजतन उन्हें सुशासन बाबू का तमगा मिला.

बढ़ते अपराध पर ईटीवी भारत की रिपोर्ट

क्या वाकई लौट रहा है जंगलराज
हालांकि बदलते वक्त के साथ-साथ मौजूदा समय में लोग डर रहे हैं कि कहीं फिर से पुराना वक्त ना लौट आए. बिहार में लगातार बढ़ रही लूट, हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों के बाद लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या वाकई अपराधियों में कानून का खौफ नहीं रहा, क्या वाकई सरकार का इकबाल अब खत्म हो रहा है, क्या वाकई जंगलराज लौट रहा है.

crime in madhepura
संजीव कुमार, सचिव, जिला अधिवक्ता संघ मधेपुरा

घटनाओं के लिए सरकार जिम्मेदार
आम लोगों को इंसाफ दिलाने वाले जिला अधिवक्ता संघ के सचिव संजीव कुमार का कहना है कि इन घटनाओं के लिए सरकार जिम्मेदार है.

crime in madhepura
अमन कुमार रितेश, छात्र

सुशासन के तमाम दावे हुए फेल
युवा वर्ग का मानना है कि बिहार की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है और सुशासन के तमाम दावे फेल हो चुके है.

crime in madhepura
प्राची प्रिया , छात्रा

टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करे सरकार
12वीं की छात्रा ने सरकार से टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करने की मांग की ताकि मुश्किल समय में मदद मांगी जा सके.

crime in madhepura
नूतन सिंह, नेत्री, JAP

बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं
जिले में काम कर रही JAP नेत्री नूतन सिंह के अनुसार बिहार में बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है.

crime in madhepura
शौकत अली,समाजसेवी

नीतीश के शासन में जंगलराज से भी ज्यादा बदतर स्थिति
समाजसेवी शौकत अली ने तो यहां तक कह दिया की नीतीश कुमार की सरकार में जंगलराज से भी ज्यादा बदतर स्थिति है.

crime in madhepura
संदीप शांडिल्य, स्थानीय निवासी

साइबर सेल एक्टिवेट करे प्रशासन
स्थानीय संदीप शांडिल्य के प्रशासन को अपना सायबर सेल एक्टिवेट करने की मांग की ताकि सोशल मीडिया के जरिए हो रही वारदातें भी रोकी जा सके.

Intro:बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सुशासन बाबू के नाम से जाने जाते हैं,लेकिन सुशासन की सरकार बिहार में लगातार बढ़ रही लूट,हत्या और दुष्कर्म जैसे मामलों के बाद सवालों के घेरे में है। क्या वाकई में सरकार से जनता का इकबाल अब खत्म हो चुका है?देखिए ईटीवी भारत की खास रिपोर्ट।


Body:बिहार में लगातार बढ़ते क्राइम ग्राफ और दुष्कर्म की घटनाओं के बाद बिहार सरकार की काफी किरकिरी हो रही है।ऐसे में सरकार की कार्यशैली के प्रति आम जनता की राय महत्वपूर्ण हो जाती है जानिए आखिर मधेपुरा के लोगों का सुशासन बाबू के प्रति वर्तमान में क्या नजरिया है।

Byte1
जलपान की दुकान चलाने वाले अशोक कांति का कहना है कि मधेपुरा में पूर्व में क्राइम ग्राफ कम था,लेकिन प्रशासन और सरकार की लापरवाही की वजह से लूट हत्या और लड़कियों के साथ छेड़छाड़ जैसी घटनाएं हो रही हैं।जिसकी जिम्मेदार वर्तमान सरकार है।

B2
जिला अधिवक्ता संघ के सचिव संजीव कुमार का कहना है कि सरकार और स्थानीय पुलिस बिहार में हो रही घटनाओं के लिए जिम्मेदार है। समय-समय पर अपराधियों के खिलाफ कार्यवाही ना होने की वजह से उन्हें बचने का मौका मिल जाता है।अविलंब कानूनी कार्रवाई ना होने से अपराधियों का मनोबल ऊंचा होता जा रहा है।

B3
युवा छात्र अमन कुमार रितेश के अनुसार बिहार की स्थिति बद से बदतर हो चुकी है सुशासन के तमाम दावे जमीनी स्तर पर फेल हो चुके हैं। मधेपुरा में जब पुलिस ही सुरक्षित नहीं है तो आखिर आम नागरिक की स्थिति कैसी होगी यह अंदाजा लगाया जा सकता है।

B4
12वीं की छात्रा सौम्या यादव के अनुसार छेड़खानी की वारदात में इजाफा हुआ है इसको लेकर पुलिस प्रशासन को टोल फ्री हेल्पलाइन नंबर जारी करना चाहिए ताकि छात्राएं अपनी समस्याओं को पुलिस प्रशासन तक गुप्त रूप से पहुंचा सकें।

B5
मधेपुरा जिले में काम कर रही महिला नेत्री नूतन सिंह के अनुसार बिहार में अपराधी बेलगाम हो चुके हैं।15 सालों में लूट हत्या और दुष्कर्म जैसी वारदातों में इजाफा हुआ है। महिलाएं लगातार बलात्कार का शिकार हो रहीं हैं।अपराधियों को न तो सरकार का कोई डर है और ना ही पुलिस प्रशासन का।बिहार में बेटियां ना तो मेले में सुरक्षित है ना सड़कों पर।

B6
समाजसेवी शौकत अली के अनुसार बिहार पहले जंगल राज के नाम से जाना जाता था लेकिन नीतीश कुमार की सरकार में उससे भी ज्यादा बदतर स्थिति हो चुकी है ।बिहार में सुशासन नाम की कोई भी चीज नहीं बची है।

B7
स्थानीय निवासी तरुण यादव के अनुसार अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है प्रशासन की नाक के नीचे ही लड़की और महिलाओं से छेड़छाड़ जैसी घटनाएं हो रही हैं।

B8
छात्रा तनुप्रिया के अनुसार लड़कियां सड़कों पर सुरक्षित नहीं है।आए दिन मनचले छेड़खानी करते हैं लेकिन पुलिस इन मामलों को अनदेखा कर देती है।

B9
छात्रा प्राची प्रिया के अनुसार पुलिस प्रशासन को छेड़खानी और दुष्कर्म जैसे मामलों को लेकर संवेदनशील होने की जरूरत है।

B10
स्थानीय संदीप सैंडिल्य के अनुसार पुलिस प्रशासन को सोशल मीडिया सेल पर एक्टिव होना चाहिए ताकि लड़कियों को सोशल मीडिया पर शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के मामलों को रोका जा सके।



Conclusion: अब तक जिले में जनवरी 2019 से जुलाई तक कुल 60 हत्या के मामले दर्ज हो चुके हैं। जिसके खिलाफ कई बार लोग सड़कों पर उतर कर आगजनी और प्रदर्शन कर चुके हैं लेकिन इनमें से कई मामलों में अभी तक पुलिस हत्या की गुत्थी को सुलझाने में नाकाम साबित होती रही है।


बाइट1
अशोक कांति
दुकानदार

बाईट2
संजीव कुमार
सचिव
जिला अधिवक्ता संघ मधेपुरा

बाईट3
अमन कुमार रितेश
छात्र

बाईट-4
सौम्या यादव
छात्रा

बाईट-5
नूतन सिंह
महिला नेत्री

बाईट-6
शौकत अली
सामाजिक कार्यकर्ता

बाईट-7
तरुण यादव
स्थानीय

बाईट-8
तनु प्रिया
छात्रा

बाईट-9
प्राची प्रिया
छात्रा

बाईट-10
संदीप शांडिल्य
स्थानीय

क्लोजिंग पीटीसी गौरव तिवारी

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