मधेपुरा: बिहार विधानसभा की कृषि उद्योग विकास समिति की बैठक (Agriculture Industry Development Committee) आयोजित की गयी. बैठक में समिति के सभापति सुदामा प्रसाद की अध्यक्षता में कोसी एवं सीमांचल के सभी जिले में चल रहे कृषि से जुड़े उद्योगों पर चर्चा की गयी. बैठक में तय हुआ कि इन जिलों का जायजा लिया जाएगा और आगे कैसे किसानों को सहयोग करके लाभ पहुंचाया जाए, इस पर विचार-विमर्श किया गया. बैठक में समिति के अधिकारी भी मौजूद थे.
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मखाना प्रोसेसिंग प्लांट का निरीक्षण: बैठक करने के बाद उद्योग एवं कृषि विभाग के अधिकारियों के साथ समिति के सदस्यों ने राजपुर गांव स्थित कोसी के प्रथम मखाना प्रोसेसिंग प्लांट और APR एग्रो इंडस्ट्रीज का निरीक्षण किया. निरीक्षण टीम में समिति के सदस्य सह विधायक गोपाल रवि दास, विधायक मंजु अग्रवाल के अलावा विभाग के वरीय और कनीय अधिकारी शामिल थे. इस मौके पर समिति के सभापति सुदामा प्रसाद ने कहा कि सरकार की मंशा कृषि और छोटे-छोटे उद्योग को अधिक से अधिक बढ़ावा देना है.
"बटाई पर 86 प्रतिशत कृषि कार्य": उन्होंने कहा कि आज 86 प्रतिशत कृषि कार्य बटाई पर हो रहा है, इसलिए बटाई की खेती करने वाले किसानों को अगल से सुविधा भू-स्वामी की तरह दी जाएगी, ताकि कृषि कार्य में होने वाली क्षति की भरपाई की जा सके. सभापति ने आगे कहा कि जल्द ही सूबे के बटाई खेती करने वाले किसानों का सर्वे और रजिस्ट्रेशन करवाया जाएगा. उनको खेती करने की सुविधा मुहैया करायी जाएगी. सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है.
"बटाईदार को मिलेगा पहचान पत्र": उन्होंने कहा कि अब बटाई पर खेती करने बाले किसानों को पहचान पत्र दिया जाएगा और किसान सम्मान योजना का लाभ भी समय-समय पर मिलेगा. उन्होंने कहा कि जिस तरह से APR एग्रो इंडस्ट्रीज और मखाना प्रोसेसिंग प्लांट मधेपुरा में वैज्ञानिक तरीके से कार्य कर रही है, वो काफी सराहनीय है. इसी तरह हर किसी को विभिन्न तरह का प्लांट लगाकर कार्य करना चाहिए. उन्होंने कहा कि मखाना से जुड़े उद्योग को सरकार सुविधा दे रही है, जो आगे भी जारी रहेगा.