मधेपुरा: बिहार के मधेपुरा में बिहारीगंज विधानसभा (Drought in Madhepura) में इन दिनों अत्यधिक तापमान की वजह से सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है. जिले के अंतर्गत गोलपारा, बिहारीगंज, उदाकिशुनगंज और मुरलीगंज प्रखंड में बारिश न होने की वजह से धान का बिचड़ा सूख रहा है. वहीं धान रोपे गए खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ रही हैं, जिससे क्षेत्र के किसान काफी परेशान है. वहीं परेशान किसानों का कहना है कि सुखाड़ से काफी चिंतित है. गेहूं और मक्के की खेती के समय खाद की किल्लत से परेशान थे तो अब धान की रोपाई में सुखाड़ होने की वजह से परेशानी हो रही है.
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धान के पैदावार पर ग्रहण: वहीं किसानों ने आगे कहा कि कई वर्षों के बाद सुखाड़ की स्थिति देखने को मिली है. मौसम की मार और डीजल की महंगाई ने धान के पैदावार पर ग्रहण लगा दिया है. किसानों की दयनीय स्थिति को सुधारने के लिए सरकार और प्रशासन सिर्फ बड़े-बड़े दावे करते हैं किंतु जमीनी स्तर पर किसानों के हित में कुछ भी अच्छा होता नहीं दिख रहा है. जो काफी चिंता का विषय है.
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जिला कृषि पदाधिकारी ने दिया निरीक्षण के आदेश: वहीं मधेपुरा में सुखाड़ की स्थिति उत्पन्न होते देख जिला कृषि पदाधिकारी राजन बालन (DHO Rajan Balan)ने चिंता जताते हुए कहा है कि किसानों की समस्या और उनके निदान के लिए सरकार और प्रशासन हमेशा तत्पर रहते हैं. जिले के कई प्रखण्ड में सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए सारे प्रखंड कृषि पदाधिकारी को सूखाग्रस्त क्षेत्रों में निरीक्षण करने का निर्देश दिया है. सरकार के द्वारा सूखाग्रस्त इलाके में किसानों को डीजल अनुदान उपलब्ध कराने की घोषणा की गई है. जिसे किसान सलाहकार की मदद से किसानों तक सरकारी लाभ पहुंचाया जाएगा.