मधेपुराः तीन साल पूर्व 22 लाख की लागत से निर्मित छठ घाट अधिकारियों की लापरवाही के कारण नदी में समा गया. जिसे लेकर स्थानीय लोग काफी आक्रोशित हैं. लोगों का कहना है कि छठ घाट ध्वस्त हो जाने से इस बार छठव्रतियों को काफी परेशानी झेलनी पड़ेगी.
धीरे-धीरे नदी के कटाव में बह गया घाट
दरअसल, नगर परिषद ने जिला मुख्यालय के भिरखी स्थित रेलवे पुल के पास 22 लाख रुपये की लागत से विशाल पक्की छठ घाट का निर्माण कराया था. निर्माण के समय नदी का बहाव नीचे और अलग था. लेकिन धीरे-धीरे नदी का कटाव तेज होता गया और घाट की ओर तेजी से बढ़ता गया और आखिरकार घाट नदी में विलीन हो गया.
पहले ही दी गई थी लिखित सूचना
जब नदी का कटाव घाट की ओर तेजी से बढ़ रहा था, तो स्थानीय लोगों ने इसकी लिखित सूचना नगर परिषद के अधिकारी और पार्षदों को भी दी गई. लेकिन किसी भी अधिकारी की नींद नहीं खुली. अधिकारियों की लापरवाही के कारण ही छठ घाट का आधा हिस्सा नदी में विलीन हो गया और शेष हिस्सा किसी भी समय नदी में समा सकता है. अगर कटाव से पूर्व घाट को बचाने का प्रयास किया जाता तो नदी के बहाव को दूसरी तरफ मोड़ा जा सकता था.
नए छठ घाट का होगा निर्माण
स्थानीय निवासी प्रो0 सूरज मंडल ने कहा कि इसी तरह सरकारी राशि का दुरुपयोग और लूट खसौट कर लिया जाता है. उन्होंने कहा कि अधिकारी और जनप्रतिनिधियों को इस बात का अनुमान था कि यह घाट आज नहीं तो कल नदी के कटाव में विलीन हो ही जाएगा. इसके बाद दोबारा फिर से छठ घाट का निर्माण किया जाएगा, ताकि उसमें लूट खसौट का रास्ता साफ हो सके. उधर वार्ड पार्षद ध्यानी यादव ने कहा कि जल्द ही नगर परिषद क्षेत्र में नए छठ घाट का निर्माण करवाया जाएगा.