लखीसराय: जिले के पीरी बाजार थाना क्षेत्र के महसोनी गांव में एक ही परिवार के चार सदस्य अस्पताल पहुंच गए. दरअसल एक महिला ने खाने में नशीली दवा मिलाकर सभी को खिलाया था और फिर देर रात घर से लगभग 10 लाख की संपति चुराकर महिला फरार हो गई. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.
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खाने में नशीली दवा मिलाकर खिलाया: मिली जानकारी के अनुसार पीरी बाजार थाना क्षेत्र के महसोनी गांव निवासी शिवशंकर प्रसाद सिंह के घर पर चैती छठ का आयोजन किया गया था. इस अवसर पर बहू ने मायके से अपनी एक सहेली को त्योहार के काम काज में मदद करने के लिए बुलाया था. परिजनों को क्या मालूम था कि उसकी मदद को आई वह औरत संपति के लालच में उनकी जान की दुश्मन बन जाएगी.
महिला की शातिर सहेली की करतूत: ग्रामीणों ने बताया कि सोनू सिंह की पत्नी लक्ष्मी देवी ने चैती छठ का काम करने के लिए शेखपुरा बरबीघा के अहियापुर गांव से अपनी सहेली को बुलाया था जिसका नाम नेहा देवी था. नेहा देवी छठ के नहाए खाए के दिन ही अपनी सहेली लक्ष्मी के पास पहुंच गई और वह छठ के कार्य में हाथ बंटाने लगी. इस दौरान उसने घर में रखे सारे सामान की जानकारी इकट्ठा कर ली.
छठ में मदद करने आई थी सहेली: मन ही मन वह एक बड़ी घटना को अंजाम देने की साजिश रचने में लग गई. बुधवार की देर रात नेहा ने शिव शंकर प्रसाद सिंह के परिजनों के लिए खाना बनाया और खाने में नशीला पदार्थ मिलाकर शिव शंकर प्रसाद सिंह, सोनू सिंह, उनकी पत्नी लक्ष्मी देवी, छठ परवैतिन और उसकी मां बबीता देवी को खिला दिया. खाना खाने के कुछ देर बाद ही घर के सभी लोग नशीली दवा के प्रभाव से बेहोश होकर गिर गए.
10 लाख की संपति की चोरी: इस दौरान घर का एक बालक हरिओम जो सवेरे सो गया था. गनीमत रही कि उसने नशीली खाना नहीं खाया. इसी बीच सुबह के लगभग 4 बजे के आसपास शातिर अपराधी नेहा देवी घर के गोदरेज में रखे आभूषण एवं कैश की चोरी कर फरार हो गई. ग्रामीणों के अनुसार आठ से दस लाख के आसपास की संपति की चोरी हुई है. वहीं सुबह 4 बजे कजरा रेलवे स्टेशन जाने के दौरान ग्रामीणों से उक्त महिला ने कजरा रेलवे स्टेशन जाने का सबसे शॉर्टकट रास्ता भी पूछा था.
बच्चे ने नहीं खाया था खाना: इसी बीच लगभग सुबह 7 बजे के आसपास बालक हरि ओम जगा और वह परिजनों को खोजने लगा. उसने देखा कि उसकी मां लक्ष्मी देवी, दादी बबीता देवी आदि बेसुध होकर नीचे गिरे पड़े हैं. उसने बाहर आकर लोगों को इसकी सूचना दी. जिस पर ग्रामीण उसके घर में पहुंचे तो देखा कि घर के चारों सदस्य बेहोश हैं. इसी बीच लगभग 9 बजे के आसपास ग्रामीणों ने घटना की सूचना स्थानीय पीरी बाजार थाना को दी.
पुलिस कर रही जांच: सूचना मिलने के तुरंत पीरी बाजार पुलिस घटनास्थल पर पहुंचकर चारों पीड़ित लोगों को सूर्यगढ़ा अस्पताल उपचार के लिए ले गई. चारों की गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने सदर अस्पताल लखीसराय सभी को रेफर कर दिया, जहां पर दो की हालत गंभीर बताई जा रही है. हालांकि अभी तक परिजनों के द्वारा कोई लिखित शिकायत पीरी बाजार थाना को नहीं की गई है. लिखित शिकायत के बाद ही चोरी की गई रकम की सही जानकारी मिल पाएगी.वहीं घटना के बाद पूरे गांव में दहशत का माहौल है.
"रात्रि को 9 बजे खाना मांगा. खाने के बाद कब सोये इसका पता ही नहीं चला. जब मैं उठा तो अस्पताल में पड़ा था."- सौरभ कुमार, पीड़ित