लखीसराय: बिहार सरकार ने जिले के लाली पहाड़ी के तीसरे चरण की खुदाई के लिए हरी झंडी दे दी है. गुरुवार को डीएम शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने विधिवत खुदाई कार्य का शुभारंभ किया. इस ऐतिहासिक लाली पहाड़ी को बौद्ध सर्किट से जोड़ा जाएगा.
वहीं, दो चरणों की खुदाई में लाली पहाड़ी में अब तक की मिली सफलता के अनुसार बालगुदर टीला, नोनगढ़, सत्संडा, घोसीकुंडी बिछवे पहाड़, उरैन, लय पहाड़ी सहित कई ऐसे स्थान प्राप्त हुए हैं, जिसे बिहार सरकार ने संरक्षित स्थल घोषित किया है.
डीएम ने दी जानकारी
डीएम शोभेन्द्र कुमार चौधरी ने कहा कि लखीसराय की ऐतिहासिक धरोहर लाली पहाड़ी पर खुदाई कार्य शुरू कर दिया गया है. शांति निकेतन कोलकाता के प्रोफेसर अनिल कुमार की देखरेख में खुदाई का कार्य चल रहा है. फिलहाल, भवन निर्माण विभाग और विद्युत विभाग की ओर से अन्य व्यवस्थाएं की जा रही हैं. डीएम ने बताया कि खुदाई के बाद सीसीटीवी कैमरे और कई तरह के सौन्दर्यीकरण का काम किया जाएगा.
'महत्वपूर्ण स्थलों की खुदाई की जरूरत'
वहीं, लाली पहाड़ी की खुदाई निदेशक पुरातात्विक डॉ. अनिल कुमार के अनुसार बौद्ध मठ से जुड़े अलग-अलग महत्वपूर्ण गुप्त स्थलों पर खुदाई की जरूरत है. बता दें कि जैसे-जैसे खुदाई आगे बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे अन्य काम भी बढ़ता जा रहा है.