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लखीसरायः SNCU के बाहर घोर असुविधा को लेकर नवजात शिशुओं की माताएं परेशान, धूप में बैठने को मजबूर

सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट के बाहर शेड नहीं होने से शिशुओं की माताएं इस चिलचिलाती धूप में परेशान हैं. अस्पताल प्रशासन की ओर से उचित इंतजाम नहीं किेए जाने के कारण उनमें गुस्सा है.

SNCU में मौजूद बीमार शिशु
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Published : May 9, 2019, 1:30 PM IST

लखीसरायः राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत नवजात बच्चों के लिए जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) खोली गई है. लेकिन शिशु की माताओं के लिए एसएनसीयू के बाहर बैठने के लिए कोई शेड तक नहीं है. ऐसे में चिलचिलाती धूप में बच्चों के परिजनों का बैठना मुश्किल हो गया है.

धूप में बैठते हैं बच्चों के परिजन
लखीसराय जिले के कई जगहों से आए नवजात शिशुओं के परिजन और उनकी मां एसएनसीयू में बच्चे को भर्ती कर, दिन भर चिलचिलाती गर्मी में जैसे-तैसे समय काटती हैं. पीड़ित परिवारों ने एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे रहने के कारण अस्पताल प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली.

SNCU में मौजूद बीमार शिशु और बयान देते परिजन

चिकित्सक ने जताया खेद
इस असुविधा के लिए चिकित्सक ने खेद जताया. उनका कहना है कि शिशु के रख-रखाव, उसके रोगों के निपटारे के लिए एसएनसीयू में सभी मशीनें मौजूद हैं. तीन-तीन बच्चों का एक साथ इलाज किया जा रहा है. वहीं, उनकी मांओं के ठहरने के लिए सदर अस्पताल के बरामदे पर कुर्सी टेबल है. लेकिन एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे हैं.

बच्चों की होती है देखभाल
मालूम हो कि शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सदर अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट यानी एसएनसीयू में नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है. यहां बच्चों की देखभाल भी अच्छी होती है. लेकिन नवजात शिशु की माताओं को कई दिनों तक रुकना पड़ता है. जिसके लिए कोई सुविधा नहीं है. बच्चों की माताओं का कहना है कि एसएनसीयू के बाहर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने से चिलचिलाती धूप में बैठना बहुत ही मुश्किल होता है.

लखीसरायः राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत नवजात बच्चों के लिए जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) खोली गई है. लेकिन शिशु की माताओं के लिए एसएनसीयू के बाहर बैठने के लिए कोई शेड तक नहीं है. ऐसे में चिलचिलाती धूप में बच्चों के परिजनों का बैठना मुश्किल हो गया है.

धूप में बैठते हैं बच्चों के परिजन
लखीसराय जिले के कई जगहों से आए नवजात शिशुओं के परिजन और उनकी मां एसएनसीयू में बच्चे को भर्ती कर, दिन भर चिलचिलाती गर्मी में जैसे-तैसे समय काटती हैं. पीड़ित परिवारों ने एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे रहने के कारण अस्पताल प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली.

SNCU में मौजूद बीमार शिशु और बयान देते परिजन

चिकित्सक ने जताया खेद
इस असुविधा के लिए चिकित्सक ने खेद जताया. उनका कहना है कि शिशु के रख-रखाव, उसके रोगों के निपटारे के लिए एसएनसीयू में सभी मशीनें मौजूद हैं. तीन-तीन बच्चों का एक साथ इलाज किया जा रहा है. वहीं, उनकी मांओं के ठहरने के लिए सदर अस्पताल के बरामदे पर कुर्सी टेबल है. लेकिन एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे हैं.

बच्चों की होती है देखभाल
मालूम हो कि शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सदर अस्पताल के सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट यानी एसएनसीयू में नवजात बच्चों का इलाज किया जाता है. यहां बच्चों की देखभाल भी अच्छी होती है. लेकिन नवजात शिशु की माताओं को कई दिनों तक रुकना पड़ता है. जिसके लिए कोई सुविधा नहीं है. बच्चों की माताओं का कहना है कि एसएनसीयू के बाहर बैठने की कोई व्यवस्था नहीं होने से चिलचिलाती धूप में बैठना बहुत ही मुश्किल होता है.

Intro:Lakhisarai l bihar

Slug...(एसएनसीयू) सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट के बाहर घोर असुविधा को लेकर नवजात शिशुओं की माँओं हो रही हैं परेशानी, असुविधा के लिए चिकित्सक ने जताया खेद

रिपोर्ट..रणजीत कुमार सम्राट

Date..08 May 2019

Anchor...लखीसराय जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट एसएनसीयू मैं नवजात बच्चों के लिए सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए खोला गया । लेकिन बहीं नवजात शिशु के माता के लिए एसएनसीयू के बाहर कोई शेड नहीं लगाने से चिलचिलाती धूप में बाहर इन्तजार करना मुश्किल हो रहा है।
(एसएनसीयू) सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट के बाहर घोर असुविधा को लेकर नवजात शिशुओं की माँओं परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

V.O 1लखीसराय जिले के विभिन्न क्षेत्रों से आए नवजात शिशुओं के परिजनों एवं उनकी माँओं ने सदर अस्पताल के मुख्य द्वार के सामने बने एसएनसीयू मे बच्चे को भर्ती कर दिनभर चिलचिलाती गर्मी में जैसे तैसे समय काट रही हैं। पीड़ित परिवारों ने एसएनसीयू के बाहर शेड नहीं लगे रहने के कारण आक्रोशित होकर अस्पताल प्रशासन पर जमकर भड़ास निकाली।

बाइट... शिशुओं की पीड़ित माँ


V.O 2..इस असुविधा के लिए चिकित्सक ने खेद जताते हुए कहा कि मिली शिशु के रखरखाव उसके विभिन्न रोगों के निपटारा के लिए एसएनसीयू के एक-एक मशीन पार्ट तीन-तीन बच्चों को एक साथ इलाज किया जा रहा है। वहीं उनकी मांओं के ठहरने के लिए सदर अस्पताल के बरामदे पर कुर्सी टेबल है। एस एन सीयू के बाहर शेड नहीं लगे है।

बाईट...डा स्मिता.. चिकित्सक


Body:लखीसराय जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट एसएनसीयू मैं नवजात बच्चों के लिए सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए खोला गया । लेकिन बहीं नवजात शिशु के माता के लिए एसएनसीयू के बाहर कोई शेड नहीं लगाने से चिलचिलाती धूप में बाहर इन्तजार करना मुश्किल हो रहा है।
(एसएनसीयू) सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट के बाहर घोर असुविधा को लेकर नवजात शिशुओं की माँओं परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।


Conclusion:लखीसराय जिले के सदर अस्पताल में सिक न्यूबॉर्न केयर यूनिट एसएनसीयू मैं नवजात बच्चों के लिए सरकार ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए खोला गया । लेकिन बहीं नवजात शिशु के माता के लिए एसएनसीयू के बाहर कोई शेड नहीं लगाने से चिलचिलाती धूप में बाहर इन्तजार करना मुश्किल हो रहा है।
(एसएनसीयू) सिक न्यूबोर्न केयर यूनिट के बाहर घोर असुविधा को लेकर नवजात शिशुओं की माँओं परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
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