किशनगंज: जिले के चकला पंचायत के पैक्स चेयरमेन इजहार आलम पिछले एक साल से लापता है. इजहार आलम अपने नाम पर पीडीएस दुकान भी चलाता था. लेकिन चेयरमान के गायब होने के बावजूद उसके फर्जी हस्ताक्षर से पीडीएस दुकान के अनाज का उठाव होता रहा. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है. वहीं, इस मामले में प्रखंड विकास अधिकारी कुछ भी बोलने से इनकार कर रहे हैं.
एक साल से है लापता
चकला गांव के लापता चेयरमैन इजहार आलम अपने नाम पर पीडीएस दुकान भी चलाता था. लेकिन चेयरमान के गायब होने के बावजूद उसके फर्जी हस्ताक्षर से पीडीएस दुकान के अनाज का उठाव भी होता रहा. इतना ही नहीं पैक्स चुनाव के मतदाता सूचि में भी फर्जी हस्ताक्षर कर किसानों के नाम को जोड़ा गया. जिसकी शिकायत ग्रामीणों ने जिला प्रशासन से की है. चेयरमैन इजहार आलम के भाई वसीम ने बताया कि वे तीन भाई है. जिसमे इजहार आलम सबसे छोटा था. इजहार आलम अपने बड़े भाई इंतजार के साथ रहता था. साथ ही बताया कि दोनों भाईयों के बीच विवाद हुआ था. जिसके बाद से इजहार आलम लापता है.
ग्रामीणों ने की जांच की मांग
ग्रामीणों ने मामले के जांच की मांग के लिये जिला प्रशासन से आवेदन किया है. ग्रामीणों का कहना है कि जब पीडीएस डीलर इजहार आलम साल भर से गायब है. तो सरकारी गोदामों से इसी सालभर में अनाज का उठाव किसके हस्ताक्षर से हुआ. साथ ही कहा कि पैक्स चुनाव के मतदाता सूचि प्रकाशन में असली किसानों का नाम काटकर फर्जी किसानों का नाम किसके हस्ताक्षर से जोड़ा गया. वहीं, जब मामले को लेकर किशनगंज प्रखंड विकास अधिकारी से बात की गयी. तो वह इस मामले से कुछ भी बोलने से इनकार करने लगे.