किशनगंज(ठाकुरगंज): जिले के ठाकुरगंज पीएचसी में एक चिकित्सक के कोरोना संक्रमित होने बाद पीएचसी के सभी स्वास्थ्यकर्मियों में दहशत का माहौल है. पीएचसी में काम करने वाले उन सभी कर्मियों का सैंपल लिया गया, जो कोरोना संक्रमित चिकित्सक के संपर्क में आए थे. मंगलवार को ठाकुरगंज पीएचसी में कार्यरत 63 स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल लिया गया.
जिन स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल लिया गया उनमें सभी चिकित्सक, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक, बीसीएम, पारा मेडिकल कर्मी, सफाई कर्मी, एएनएम, जीएनएम, डाटा ऑपरेटर शामिल हैं. इन सभी की जांच रिपोर्ट गुरुवार शाम तक आने की संभावना है. बाकी स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल बुधवार को लिया जाएगा.
पीएचसी के स्वास्थ्यकर्मियों का लिया गया सैंपल
सिविल सर्जन डा.नंदन के निर्देश पर पीएचसी ठाकुरगंज के स्वास्थ्यकर्मियों का सैंपल लिया गया. कोरोना की रिपोर्ट आने तक सभी कर्मियों को होम क्वॉरंटाइन किया गया है. सिविल सर्जन ने बताया कि फिलहाल कोरोना संक्रमित डॉक्टर के कॉटेंक्ट में आए लोगों का सैंपल लेने के साथ-साथ कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है. सिविल सर्जन ने बताया कि इससे शहर भर में फैले संक्रमण को रोकने की लड़ाई में विभाग एक निर्णायक मोड़ पर पहुंचेगा. इसलिए ये कदम उठाए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः COVID-19: बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 151 नए मामले, संक्रमितों का आंकड़ा पहुंचा 4096
प्रसार को रोकने के लिए उठाए गए कदम
दरअसल, कोरोना वायरस से जंग में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सबसे ज्यादा मददगार साबित हो रही है. इससे न सिर्फ वायरस से संक्रमित लोगों का पता लगाया जा रहा है, बल्कि ऐसे लोग जो संक्रमित के संपर्क में आए हैं, उनकी खोज भी की जा रही है. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस से संक्रमित किसी व्यक्ति के संपर्क में आने से ये संक्रमण दूसरों को आसानी से हो सकता है. इसलिए इसके प्रसार क्षेत्र को रोकने के लिए यह कदम उठाए गए हैं.