किशनगंज: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Chief Minister Nitish Kumar) अतिवृष्टि से हुए नुकसान का जायजा लेने के लिए हवाई सर्वेक्षण (Aerial Survey) किया. इससे पहले सीएम नीतीश कुमार चार्टर्ड प्लेन से किशनगंज पहुंचे. फिर हेलिकॉप्टर के जरिए हवाई सर्वेक्षण करने अररिया के प्रभावित इलाके की ओर निकल पड़े. इस दौरान जिले के प्रशासनिक और पार्टी के पदाधिकारी हवाई पट्टी पर मौजूद रहे.
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सीएम नीतीश के प्लेन के पहुंचते ही अफसरों ने उनका बुके देकर स्वागत किया. इस दौरान जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष और पूर्व विधायक कोचाधामन मुजाहिद आलम, पूर्व मंत्री सह जेडीयू के जिला अध्यक्ष नौशाद आलम ने किशनगंज जिले के विभिन्न समस्याओं से संबंधित मांग पत्र सीएम को सौंपा.
मुख्यमंत्री को सौंपे गए मांग पत्र में खरखड़ी घाट पर महानंदा नदी पर पुल बनाने की मांग, डेरामारी-मोजाबाड़ी में अंजुमन इस्लामिया वक्फ नं-1257 की जमीन पर मार्केटिंग कॉम्प्लेक्स सह लाइब्रेरी का निर्माण, अमौर प्रखंड के रसैली घाट में अधूरे पुल का निर्माण जल्द पूरी कराने की मांग की गई. यही नहीं मेची नदी के कटाव से खारूदाह पंचायत और गोगरया गांव के बचाव की मांग की गई.
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सीएम नीतीश ने सभी मांग पत्र को अपने प्रधान सचिव को सौंपते हुए जल्द ही उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया गया. सीएम नीतीश हेलीकॉप्टर के जरिए किशनगंज से अररिया के हवाई सर्वेक्षण करने निकल गए. जहां से वापस लौटकर पटना पहुंच जाएंगे. इस दौरान पूरे किशनगंज में सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद रखा गया. हवाई अड्डे के अंदर मीडिया कर्मियों को जाने पर भी प्रशासन ने रोक लगाई हुई थी.
आपको बता दें कि बिहार में चक्रवात गुलाब के चलते अतिवृष्टि से बाढ़ के हालात हो गए हैं. किसानों की फसलें बर्बाद हो गईं हैं. कई ऐसे भी इलाके हैं जो जलमग्न हो गए हैं. सीएम नीतीश हवाई सर्वेक्षण के बाद अफसरों के साथ बैठक कर राहत पहुंचाने के लिए समीक्षा बैठक करते हैं. साथ ही जरूरी मदद पहुंचाने का निर्देश देते हैं.