किशनगंज: जिले के मैदा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शिक्षा के नाम पर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है. यहां एक ही कमरे में दो कक्षाओं के बच्चों को बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है.
इस कारण बच्चों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इसके बावजूद शिक्षा विभाग की कुम्भकर्णी नींद है कि टूटने का नाम नहीं ले रही है.
स्कूल में सुविधाओं का घोर आभाव
मैदा पंचायत के मैदा गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में शिक्षा व्यवस्था बदहाल है. अगर हाल-ए-स्कूल बयां करें तो शायद सिस्टम को भी शर्म आ जाए. टीचरों के मुताबिक इस स्कूल में 228 विद्यार्थी नामांकित हैं. यहां एक ही कमरे में दो कक्षाओं के बच्चों को पढ़ाया जा रहा है. वहीं, यहां के टीचर भी मन मुताबिक काम कर रहे हैं. स्कूल में 228 बच्चों पर पांच शिक्षको की तैनाती की गई है. जिसमें एक शिक्षक अक्सर स्कूल से बाहर ही रहते हैं.
जमीन पर शिक्षा
इस स्कूल में बच्चों को जमीन पर बैठाकर पढ़ाई कराई जा रही है. स्कूल के प्रभारी प्रधानाध्यापक मो. मुजम्मिल हक भी इस बात को स्वीकार करते हैं. उन्होंने बताया कि बच्चों को आज ही जमीन पर बैठाया है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में शिक्षकों की कमी है और कक्षाएं ज्यादा हैं. इस वजह से 1 कमरे में 2 कक्षाओं को मिलाकर पढ़ाया जाता है. जिसकी वजह से कुछ बच्चो को जमीन पर बैठाना पड़ता है.
जांच के बाद होगी कार्रवाई
इस मामले को लेकर प्रभारी जिला शिक्षाधिकारी शिव शंकर मिस्त्री से बात की गई तो उन्होंने बताया कि शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया जारी है. जल्द ही विद्यालयों में शिक्षकों को नियुक्त किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बच्चों को जमीन पर बैठाने के मामले में जांचकर उचित कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों को ये आदेश दिया जाएगा कि बच्चों को जमीन पर नहीं बैठाया जाए.