ETV Bharat / state

किशनगंज थाने में खुला बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र, केसों का जल्द होगा निपटारा - kishanganj research centre news

यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र है. इससे किशनगंज पुलिस को मामले के निपटारे में कम समय लगेगा. पहले केस की जांच के लिए लिए पटना या भागलपुर जाना पड़ता था. जिससे समय की बर्बादी होती थी.

बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र
author img

By

Published : Jul 30, 2019, 7:54 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 8:19 PM IST

किशनगंज: किशनगंज थाने में प्रदेश के पहले अनुसंधान केंद्र का उदघाटन किया गया. इस अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने किया. इस दौरान जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा, एएसपी अजय और किशनगंज अधीक्षक कुमार आशीष भी मौजूद रहे.

डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. इससे किशनगंज पुलिस को मामले के निपटारे में कम समय लगेगा. पहले केस की जांच के लिए लिए पटना या भागलपुर जाना पड़ता था. जिससे समय की बर्बादी होती थी. उन्होंने कहा कि यह किशनगंज पुलिस अधीक्षक के अथक प्रयास का नतीजा है. जो इतनी जल्दी अनुसंधान केंद्र खुल पाया.

बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र

बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र
डीआईजी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. जहां सभी मामलों की जांच ठीक तरह से की जाएगी. इस केन्द्र में फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट, ब्लड सैंपल आदि की व्यवस्था रहेगी. इससे मामलों की जांच में तेजी आएगी.

जिला स्तरीय टीम का गठन
डीआईजी ने बताया कि इन अनुसंधानों के लिए सिटी डीएसपी अजय झा की देखरेख में एक टीम तैयार की जाएगी. इस टीम को हर तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी. अभी यह टीम जिला स्तर पर बनाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर टीम में शामिल सदस्यों को पटना विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा.

शांति बनाए रखने की अपील
उद्धाटन के बाद में डीआईजी ने शहर के व्यापारी समुदाय के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने व्यापारियों से जिले के बारे में चर्चा की और शहर में शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को उनके कार्यो में मदद करने की अपील की.

किशनगंज: किशनगंज थाने में प्रदेश के पहले अनुसंधान केंद्र का उदघाटन किया गया. इस अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने किया. इस दौरान जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा, एएसपी अजय और किशनगंज अधीक्षक कुमार आशीष भी मौजूद रहे.

डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. इससे किशनगंज पुलिस को मामले के निपटारे में कम समय लगेगा. पहले केस की जांच के लिए लिए पटना या भागलपुर जाना पड़ता था. जिससे समय की बर्बादी होती थी. उन्होंने कहा कि यह किशनगंज पुलिस अधीक्षक के अथक प्रयास का नतीजा है. जो इतनी जल्दी अनुसंधान केंद्र खुल पाया.

बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र

बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र
डीआईजी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. जहां सभी मामलों की जांच ठीक तरह से की जाएगी. इस केन्द्र में फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट, ब्लड सैंपल आदि की व्यवस्था रहेगी. इससे मामलों की जांच में तेजी आएगी.

जिला स्तरीय टीम का गठन
डीआईजी ने बताया कि इन अनुसंधानों के लिए सिटी डीएसपी अजय झा की देखरेख में एक टीम तैयार की जाएगी. इस टीम को हर तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी. अभी यह टीम जिला स्तर पर बनाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर टीम में शामिल सदस्यों को पटना विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा.

शांति बनाए रखने की अपील
उद्धाटन के बाद में डीआईजी ने शहर के व्यापारी समुदाय के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने व्यापारियों से जिले के बारे में चर्चा की और शहर में शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को उनके कार्यो में मदद करने की अपील की.

Intro:किशनगंज:-पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी पहुँचे किशनगंज पुलिस स्टेशन, वहाँ पहुंच कर किया अनुसंधान कक्ष का उदघाटन, साथ में किशनगंज अधीक्षक कुमार आशीष,जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा समेत एएसपी अजय झा रहे मौजूद।
बिहार का पहला अनुसंधान कक्ष का किशनगंज थाना में खुला।


Body:किशनगंज:-पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी पहुँचे किशनगंज पुलिस स्टेशन, वहाँ पहुंच कर किया अनुसंधान कक्ष का उदघाटन, साथ में किशनगंज अधीक्षक कुमार आशीष,जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा समेत एएसपी अजय झा रहे मौजूद।
बिहार का पहला अनुसंधान कक्ष का किशनगंज थाना में खुला।

बिहार का पहला अनुसंधान कक्ष का किशनगंज थाना में हुआ उद्धघाटन, उद्धघाटन करने पहुंचे पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी।इस अनुसंधान केंद्र में अब किसी भी केस का अनुसंधान विस्तार तरीके से किया जाएगा,इस अनुसंधान कक्ष में फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट, ब्लड के सैंपल इत्यादि करने की बेवस्था रहेगी।
इन सब अनुसंधानों के लिए सिटी डीएसपी अजय झा के नेतृत्व में एक टीम तयार की जाएगी जिसे सभी तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी,अभी यह टीम ज़िला स्टर पर बनाई जाएगी।
अगर ज़रूरत पड़ी तो इस टीम में शामिल सदस्यो को पटना विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा।
उद्धाटन के बाद में डीआईजी पूर्णिया ने शहर के व्यापारी समुदाय के साथ बैठक की और शहर में शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को उनके कार्यो में मदद करने के लिए कहा।


Conclusion:डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि यह अनुसंधान कक्ष बिहार का पहला है,इससे किशनगंज पुलिस को मामले की निपटारे में समय कम लगेगा,पहले किसी भी केस में अनुसंधान के लिए पटना या भागलपुर जाना पड़ता था,पर अब यही पर ये संभव हो पायेगा।इसके लिए उन्होंने किशनगंज पुलिस अधीक्षक की तारीफ करते हुए कहा कि ये इनके अथक प्रयाश का नतीजा है,जो इतनी जल्द खुल गया।
Last Updated : Jul 30, 2019, 8:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.