किशनगंज: किशनगंज थाने में प्रदेश के पहले अनुसंधान केंद्र का उदघाटन किया गया. इस अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन पूर्णिया डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने किया. इस दौरान जिलाधिकारी हिमांशु शर्मा, एएसपी अजय और किशनगंज अधीक्षक कुमार आशीष भी मौजूद रहे.
डीआईजी राजेश त्रिपाठी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. इससे किशनगंज पुलिस को मामले के निपटारे में कम समय लगेगा. पहले केस की जांच के लिए लिए पटना या भागलपुर जाना पड़ता था. जिससे समय की बर्बादी होती थी. उन्होंने कहा कि यह किशनगंज पुलिस अधीक्षक के अथक प्रयास का नतीजा है. जो इतनी जल्दी अनुसंधान केंद्र खुल पाया.
बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र
डीआईजी ने बताया कि यह बिहार का पहला अनुसंधान केंद्र होगा. जहां सभी मामलों की जांच ठीक तरह से की जाएगी. इस केन्द्र में फिंगर प्रिंट, फुट प्रिंट, ब्लड सैंपल आदि की व्यवस्था रहेगी. इससे मामलों की जांच में तेजी आएगी.
जिला स्तरीय टीम का गठन
डीआईजी ने बताया कि इन अनुसंधानों के लिए सिटी डीएसपी अजय झा की देखरेख में एक टीम तैयार की जाएगी. इस टीम को हर तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी. अभी यह टीम जिला स्तर पर बनाई जाएगी. जरूरत पड़ने पर टीम में शामिल सदस्यों को पटना विशेष ट्रेनिंग के लिए भेजा जाएगा.
शांति बनाए रखने की अपील
उद्धाटन के बाद में डीआईजी ने शहर के व्यापारी समुदाय के साथ बैठक की. बैठक के दौरान उन्होंने व्यापारियों से जिले के बारे में चर्चा की और शहर में शांति बनाए रखने और पुलिस प्रशासन को उनके कार्यो में मदद करने की अपील की.