खगड़िया: जिले के परबत्ता प्रखंड कार्यालय में जल मीनार सिर्फ शोभा की वस्तु बनकर रह गई है. ये जल मीनार करोड़ों की लागत से बनाए गए थे. लेकिन सुचारू रूप से चालू नहीं है. जिस वजह से प्रखंड के निवासियों को स्वच्छ पेयजल की सुविधा नहीं मिल पा रही है.
खराब हो रहा अत्याधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट
बताया जाता है कि इन जल मीनारों का निर्माण मिनी जल आपूर्ति योजना के तहत लगभग 10 साल पहले करवाया गया था. लेकिन विभाग के उदासीनता के कारण इनके साथ-साथ इसमें लगे हुए अत्याधुनिक वाटर ट्रीटमेंट प्लांट भी खराब हो रहे हैं. जिस वजह से जिले के लोगों को आज तक स्वच्छ पेयजल नसीब नहीं हो सका है.
'नहीं सुनता कोई सरकारी बाबू'
इस मामले पर स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रखंड में इन जल मीनार का निर्माण सालों पहले लोगों की सुविधा और सेहत को ध्यान में रखते हुए करवाया गया था. इतने सालों में इस जल मीनार को 7-8 बार चालू किया गया होगा, फिर भी पाइप लिकेज के कारण इस मीनार से लोगों को एक बार भी पेयजल नसीब नहीं हुआ. लोगों का कहना है कि मामले पर कई बार अधिकारियों से गुहार लगाया गई, लेकिन किसी सरकारी बाबू ने इस मामले में पहल करने की जहमत नहीं उठाई.
गुहार करने पर लोगों को मिलती है केस की धमकी- स्थानीय
वहीं, इन जल मीनार के बंद रहने पर स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रखंड कार्यालय में पेयजल की बात तो दूर है, शौचालयों में भी पानी नहीं हैं. कार्यालय आने पर पुरुष तो किसी प्रकार से दिन व्यतीत कर लेता है, लेकिन महिलाओं का जीना दुभर हो जाता है. स्थानीय लोगों ने अधिकारियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले को उठाने पर सरकारी बाबू कार्यालय से यह कहकर दुत्कार कर भगा देते हैं कि किसी को परेशानी नहीं हो रही है सिवाय आपको, अपना काम करें नहीं तो किसी केस में फंसा देंगे.
लोक स्वास्थ्य विभाग ने करवाया था निर्माण
बताया जाता है कि इन जल मीनारों का निर्माण सालों पहले लोक स्वास्थ्य विभाग के आदेश पर हुआ था. विभाग ने लोगों की सेहत को ध्यान में रखते हुए इन जल मीनारों में ट्रीटमेंट प्लांट भी लगवाया था. लेकिन विभाग की लापरवाही से सरकार के करोड़ों रुपये बर्बाद होने के साथ-साथ लोगों की सेहत से भी खिलवाड़ हो रहा है.
जल्द होगा निदान- कार्यपालक अभियंता
इस बाबत जब ईटीवी भारत की टीम ने कार्यपालक अभियंता राजीव कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि मामला अभी मेरे संज्ञान में आया है, नए सिरे से ठीक कराकर इसके लिए कार्य किया जा रहा है. जल्द ही जल मीनार को चालू कर दिया जाएगा.