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खगड़िया: जलजमाव के बाद अब संक्रमित बीमारियों का बढ़ा खतरा

नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी जमा हो गया है. ऐसे में लोगों को डेंगू, चिकुनगुनिया आदि बिमारियों का डर सताने लगा है.

जल जमाव के बाद अब संक्रमित बीमारियों का बढ़ा खतरा
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Published : Oct 3, 2019, 10:50 PM IST

खगड़िया: जिले में लगातार छह दिन की बारिश के बाद सोमवार से मौसम साफ हो गया, लेकिन अब भी जलजमाव एक बड़ी समस्या बनी हुई है. इससे डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया, फंगल इंफेक्शन जैसे कई संक्रमित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. शहर के 6 वार्डों के 1000 घर पूरी तरह पानी से घिरे हैं, जिससे लोगों के निकलने तक का रास्ता नहीं बचा है.

Khagaria news
एसपी अनिरुद्ध कुमार

जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू
नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी जमा हो गया है. स्थानीयों का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी जमा होने से उसमें मच्छर और बैक्टीरिया पैदा होते हैं. जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया पानी को दूषित कर बीमारियों का कारण बनते हैं. इससे चर्म रोग की भी समस्या होती है. ऐसे में बारिश खत्म होने के बाद नगर परिषद के पदाधिकारियों ने जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू कर दी है.

जल जमाव के बाद अब संक्रमित बीमारियों का बढ़ा खतरा

जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव
जिला के कप्तान अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि लगातार हो रहे बारिश की वजह से ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो पा रहा था. बारिश रूकने के बाद मंगलवार की शाम से फॉगिंग की जाएगी. इसके साथ ही बुधवार से जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जमा पानी से संक्रमण नहीं फैले इसके लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास कर रही है.

खगड़िया: जिले में लगातार छह दिन की बारिश के बाद सोमवार से मौसम साफ हो गया, लेकिन अब भी जलजमाव एक बड़ी समस्या बनी हुई है. इससे डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया, फंगल इंफेक्शन जैसे कई संक्रमित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. शहर के 6 वार्डों के 1000 घर पूरी तरह पानी से घिरे हैं, जिससे लोगों के निकलने तक का रास्ता नहीं बचा है.

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एसपी अनिरुद्ध कुमार

जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू
नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी जमा हो गया है. स्थानीयों का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी जमा होने से उसमें मच्छर और बैक्टीरिया पैदा होते हैं. जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया पानी को दूषित कर बीमारियों का कारण बनते हैं. इससे चर्म रोग की भी समस्या होती है. ऐसे में बारिश खत्म होने के बाद नगर परिषद के पदाधिकारियों ने जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू कर दी है.

जल जमाव के बाद अब संक्रमित बीमारियों का बढ़ा खतरा

जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव
जिला के कप्तान अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि लगातार हो रहे बारिश की वजह से ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो पा रहा था. बारिश रूकने के बाद मंगलवार की शाम से फॉगिंग की जाएगी. इसके साथ ही बुधवार से जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जमा पानी से संक्रमण नहीं फैले इसके लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास कर रही है.

Intro:खगड़िया में बारिश के बाद लगे पानी निकलने लगे है लेकिन पानी निकशी के बाद लोगो मे डायरिया और डेंगू जैसी खतरनाक बीमारी होने का डर सता रहा हैBody:खगड़िया में लगातार छह दिन हुए बारिश के बाद सोमवार से मौसम साफ तो हुआ है।लेकिन जल-जमवव के वजह से के बीच धीरे-धीरे अस्त-व्यस्त हो चुकी जिंदगी सड़कों पर आने लगी है। बाजार में चहल-पहल बढ़ी है और दुर्गा पूजा को लेकर लोग खरीदारी में भी जुट गए हैं। इन सब के बीच लोगों के लिए एक बड़ी समस्या जलजमाव की बनी हुई है। नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी जमा हो गया है और कई मोहल्ले चारो ओर से पानियों से घिरे हैं। ऐसे में यह जलजमाव कई संक्रमित बीमारियों को दावत देगा। इन बीमारियों में डेंगू, मलेरिया, डायरिया,, चिकनगुनिया बुखार से लेकर चर्म रोग तक शामिल हैं।

शहर और गांव के लोगो का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी व कीचड़ जमा होने के कारण उसमें मच्छर व तरह-तरह के बैक्टीरिया पैदा होते हैं जो कि विभिन्न प्रकार की बीमारियों को दावत देते है। मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया अधिक पनपते है और पानी को दूषित कर बीमारियों का कारण बनते है। पानी से फल व सब्जी भी दूषित होगा जो डायरिया का खतरा बढ़ाता है। जमा पानी के सड़ने पर इससे स्किन रोग की भी समस्या होगी। इस पानी में अगर बिना सुरक्षा के प्रवेश किए तो फंगल और बैक्टेरिया इन्फेक्शन होना तय है।
डीजल पंप लगाकर नगर परिषद कर रहा जलनिकासी का प्रयास
नाले की नियमित व्यवस्था नहीं, नप पंप से जमा पानी निकाल रहा
शहर के 6 वार्ड के लगभग 1000 घर पूरी तरह से पानियों के बीच घिरा है। इन घरों में रहने वाले लोगों को निकलने तक का रास्ता नहीं बचा है। ऐसे में बारिश खत्म होने के बाद नगर परिषद के पदाधिकारियों द्वारा जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू कर दी गई है। यहां डीजल पम्प के द्वारा मोहल्ले में जमा पानी को निकालने का प्रयास किया जा रहा है। वैसे इस मोहलले में लगातार डीजल पम्प से पानी की निकासी का प्रयास किया जा रहा है। बारिश होने के बाद यहां की स्थिति और भी नारकीय हो चुकी है। डीजल पम्प के चलने से जलजमाव से निजात तो नहीं मिलेगी लेकिन लोगों का घर डूबने से जरूर बचाया जा सकता है।
अभी तक नहीं हो पाई है फ्राॅगिंग, तैयारी में ही जुटा है नगर परिषद
संक्रमण रोकने के लिए नप जलजमाव वाले क्षेत्र में ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किए जाने को लेकर नगर परिषद तैयारी कर रहा है। जिला के कप्तान अनिरुद्ध कुमार का कहना है कि लगातार बरिश की वजह से कोई कार्य नहीं हो पा रहा था। बारिश रूकने के बाद मंगलवार की शाम से शहर में मच्छरों का प्रकोप न बढ़े इसके लिए फ्रॉगिंग किया जाएगा। साथ ही बुधवार से जिन मोहल्लों में जलजमाव है वहां ब्लिचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जाएगा। बरसात के जमा पानी से संक्रमण नहीं फैले इसके लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास कर रही है।Conclusion:
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