खगड़िया: जिले में लगातार छह दिन की बारिश के बाद सोमवार से मौसम साफ हो गया, लेकिन अब भी जलजमाव एक बड़ी समस्या बनी हुई है. इससे डेंगू, चिकुनगुनिया, मलेरिया, फंगल इंफेक्शन जैसे कई संक्रमित बीमारियों का खतरा बढ़ गया है. शहर के 6 वार्डों के 1000 घर पूरी तरह पानी से घिरे हैं, जिससे लोगों के निकलने तक का रास्ता नहीं बचा है.
जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू
नगर परिषद क्षेत्र में जल निकासी की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण जगह-जगह बारिश का पानी जमा हो गया है. स्थानीयों का कहना है कि बारिश के मौसम में जगह-जगह पानी जमा होने से उसमें मच्छर और बैक्टीरिया पैदा होते हैं. जिससे कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. मौसम में नमी के कारण बैक्टीरिया पानी को दूषित कर बीमारियों का कारण बनते हैं. इससे चर्म रोग की भी समस्या होती है. ऐसे में बारिश खत्म होने के बाद नगर परिषद के पदाधिकारियों ने जमा पानी को निकालने की कवायद शुरू कर दी है.
जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव
जिला के कप्तान अनिरुद्ध कुमार ने बताया कि लगातार हो रहे बारिश की वजह से ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हो पा रहा था. बारिश रूकने के बाद मंगलवार की शाम से फॉगिंग की जाएगी. इसके साथ ही बुधवार से जलजमाव वाली जगहों पर ब्लिचिंग पाउडर का भी छिड़काव किया जाएगा. उन्होंने कहा कि जमा पानी से संक्रमण नहीं फैले इसके लिए नगर परिषद हर संभव प्रयास कर रही है.