खगड़िया: जिले की 8 पंचायतों की तकरीबन 50 हजार से ऊपर की आबादी बूढ़ी गंडक की नदी को पार कर अपनी जिंदगी गुजार रही है. एक छोटी नदी के सहारे लोग यहां नदी पार करते हैं. इस बाबत लोगों ने पोस्टर चस्पा कर सीएम नीतीश कुमार से पुल की मांग की है.
लोगों ने पोस्टर लगाते हुए लिखा है, 'सुशासन बाबू नीतीश कुमार, कर दें कृपा एक बार. खगड़िया-बेगूसराय की जनता को है आप से आस, जलकौड़ा-तिरासी पुल का निर्माण कर, कर दें क्षेत्र का विकास.'
बड़ी समस्या का सामना कर रहे लोग
बिहार के खगड़िया मुख्यालय से महज 10 किलोमीटर की दूरी पर बूढ़ी गंडक नदी के दायरे में 8 पंचायतें आती हैं. इनमें खगड़िया और अलौली प्रखंड शामिल हैं. लोग अपनी समस्या बताते हुए सरकार से पुल की मांग कर रहे हैं.
4 विधानसभा क्षेत्र होते हैं प्रभावित
बूढ़ी गंडक पर पुल नहीं होने की वजह से 4 विधानसभा के लोग परेशान हैं. खगड़िया, अलौली, साहेबपुर कमाल और बखरी ये चारों विधानसभाओं का बार्डर नदी का तट है.
क्या कहते हैं लोग
चद्रशेखर तांती खड़गी तिरासी गांव के रहने वाले हैं. उनका कहना है कि पुल नहीं होने की वजह से सारे काम तो प्रभावित होते हैं. सब से ज्यादा शिक्षा और स्वास्थ्य पर असर पड़ता है. बच्चे उच्च शिक्षा लेने नहीं जा पाते हैं. जब किसी की तबियत खराब हो जाती है, तो अस्पताल ले जाने के क्रम में ही मरीज दम तोड़ देता है.
परीक्षा देने जा रही पूजा कुमारी कहती है कि पुल न होने की वजह से खासा मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है. पेपर चल रहे हैं, ऐसे में दिन में दो बार आना जाना होता है. जान का खतरा भी है. ऐसे ही गांव की अन्य महिलाओं ने 4बताया कि गर्भवती महिलाओं का कई बार नाव में ही प्रसव कराया गया है.
जल्द बनेगा पुल- डीएम
पुल की मांग पर जिलाधिकारी अनिरुद्ध कुमार ने भी माना कि यहां पुल की जरूरत है. उन्होंने कहा कि मैं खुद मुख्यमंत्री पुल बनाने को लेकर मांग करूंगा. डीएम ने बताया कि 2016 मे पुल के लिए 56 करोड़ रुपया पास हुआ था लेकिन पैसा नहीं होने के वजह से रह गया. अब अगर पुल पास होता है, तो 56 की जगह कम से कम 75 करोड़ रुपया लगेगा.