खगड़िया: यह जिला मक्का उत्पादन के लिए प्रसिद्ध माना जाता है. मगर यहां के किसानों को उसका उचित लाभ नहीं मिल पाता है. सात नदियों से घिरे होने के कारण यहां के खेतों में अच्छी फसल होती है. खासकर फरकिया के दियारा इलाके में मक्का की पैदावार बहुत अच्छी होती है.
6 हजार एकड़ में मक्के की खेती
किसानों के मुताबिक चौथम प्रखण्ड में लगभग 6 हजार एकड़ में मक्का की खेती होती है. इस कारण यंहा के अधिकांश किसान केवल मक्के की ही खेती करते हैं. मगर उन्हें इसका पूरा फायदा नहीं मिलपाता है.
घटते जा रहे हैं दाम
बता दें कि डीजल, खाद व बीज के दामों में हर वर्ष वृद्धि होने के कारण खेती में लागत बढ़ रही है. मगर मक्का का दाम घट रहा है. पिछले वर्ष मक्के का समर्थन मूल्य 1000 रुपये प्रति क्विंटल भी नहीं मिल रहा था. ऐसे में किसानों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
बिचैलिये को बेचने को मजबूर
किसानों का कहना है कि जिले में इतने बड़े पैमाने पर मक्का का उत्पादन होने बावजूद भी यहां कोई फैक्टरी नहीं है ना ही कोई बाजार समिति. ऐसे में बिचैलिये को आने-पौने दाम में मक्का बेचना उनकी मजबूरी है.
मेगा फूड पार्क से नहीं होता कोई फायदा
जिले में केंद्र सरकार द्वारा मेगा फूड पार्क भी बनवाया गया है ताकि मक्का किसानों को सीधे फायदा मिल सके. लेकिन जिले के किसान कहते है कि इस से उनलोगों को कोई फायदा नहीं मिल रहा है.