खगड़िया: गुरुवार से छठ महापर्व की शुरुआत हो गई है. ऐसे में पर्व को लेकर घाटों को तैयार किया जा रहा है. शहर में कुल मिलाकर 7 घाट हैं. जिसकी साफ-सफाई का जिम्मा नगर परिषद के ऊपर है. लेकिन अभी तक घाटों को पर्व के अतिरिक्त तैयार नहीं किया जा सका है. घाटों पर चारो तरफ दलदल और कचरे का अंबार लगा हुआ है. जिसको लेकर श्रद्धालु परेशान हैं.
दलदल के कारण हो सकती है दुर्घटना
नगर परिषद के ऊपर घाटों की साफ-सफाई के अलावा घाटों पर हर तरह की सुविधा मुहैया कराने का जिम्मा है. जिसमें वह विफल साबित हो रहा है. श्रद्धालुओं का कहना है कि घाट पर साफ-सफाई नदारद है. ऐसे में वे लोग खुद ही मिलकर घाट की साफ-सफाई कर रहे हैं. उनका कहना है कि दलदल के कारण घाट पर गड्ढे बने हुए हैं. जिससे किसी के भी दुर्घटनाग्रस्त होने का खतरा है.
घाटों पर जमा हुआ है कीचड़
बूढ़ी गंडक नदी में बारिश के कारण बढ़े जलस्तर से घाट पर कीचड़ जमा है. जिसका सूखना सम्भव नहीं है. ऐसे में छठ व्रतियां चिंतित हैं कि दलदल के बीच भगवान भास्कर को अर्घ्य कैसे देंगे. इसपर नगर सभापति सीता कुमारी ने कहा कि घाटों पर साफ-सफाई का काम किया जा रहा है. साथ ही छठ व्रतियों को कोई परेशानी न हो, इसका ध्यान भी रखा जा रहा है.
'प्रशासन तो सो रहा है'
शहर के सीढ़ी घाट हो या अड्डा घाट, सारे घाटों की हालत खराब है. ऐसे में लोग नगर परिषद के साथ-साथ प्रशासन पर भी आरोप लगा रहे हैं कि कोई भी उनकी नहीं सुन रहा है. वहीं, जन अधिकार पार्टी के नेता मनोहर यादव ने भी जिला प्रसाशन को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रसाशन तो सो रहा है. घाटों की तैयारी नहीं कर पाने पर वह बेवजह धारा 144 लगा रहा है. ताकि अगर घाटों पर किसी भी तरह की अनोहोनी होती है तो वह परिवारों को मुआवजा देने से बच जाएगा.