कटिहारः बिहार सरकार पूरे राज्य में पांच सितम्बर से शिक्षक दिवस के मौके पर हाई स्कूलों में स्मार्ट क्लास की शुरुआत करने जा रही है. जिसका मकसद है बच्चों को आधुनिक तरीके से शिक्षा देना. इसके लिये कई जिले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों के जरिये स्मार्ट क्लास रूम का उद्घाटन किया जा रहा है. खास बात यह है कि राज्य सरकार की यह योजना विपक्ष को भी काफी पसंद आ रही है.
'शिक्षा के क्षेत्र में आएगा बदलाव'
कटिहार के मारवाड़ी पाठशाला में बीजेपी के विधान पार्षद अशोक अग्रवाल ने स्मार्ट क्लास रूम की शुरूआत की. इस मौके पर एमएलसी ने कहा कि स्मार्ट क्लास राज्य सरकार की बहुत ही अच्छी योजना है. इससे शिक्षा के क्षेत्र में काफी बदलाव आएगा. स्मार्ट क्लास में बच्चों को एलसीडी के जरिये तालीम दी जायेगी. इससे सरकारी स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूलों की तरह बच्चों को सुविधा मिल सकेगी. वहीं, स्मार्ट क्लास में वीकली टेस्ट होगा और हर हफ्ते इसकी अद्यतन रिपोर्ट सरकार को भेजी जायेगी. जिसके जरिये यह पता चलेगा कि स्मार्ट क्लास से क्या परिवर्तन हुआ है. खास बात यह है कि राज्य सरकार की यह महत्वाकांक्षी योजना विपक्ष को भी काफी भाने लगी है.
साधनहीन बच्चों को मिलना चाहिए लाभ
बिहार के पूर्व शिक्षा राज्यमंत्री और आरजेडी नेता डॉ रामप्रकाश महतो ने कहा कि राज्य सरकार का यह एक अच्छा प्रयास है. उन्होंने ये भी कहा कि पढ़ाई-लिखाई की नई तकनीक में जब तक बच्चों को नहीं ढाला जायेगा, तब तक देश-दुनिया में हमारा राज्य पिछड़ा रहेगा. आरजेडी नेता ने ये भी कहा कि इसका प्रचार-प्रसार साधनहीन बच्चों में होना चाहिए. बहुत से बच्चों को शिक्षकों की सीधा-सीधी पढ़ाई समझने में परेशानी होती है. इससे उस समस्या को दूर किया जा सकेगा, ताकि बच्चों में ज्ञान की क्षमता बढ़ सके.
बांका डीएम कुन्दन कुमार ने की थी शुरुआत
बता दें कि स्मार्ट क्लास, बांका के डीएम कुन्दन कुमार के शिक्षा के क्षेत्र में किये गये कार्यों पर आधारित है. जहां स्मार्ट क्लास के जरिये इस बार बिहार बोर्ड में काफी बेहतर रिजल्ट हुआ है. राज्य सरकार ने इसे उदाहरण मानते हुए शिक्षा की इस प्रणाली को आगामी पांच सितम्बर से पूरे राज्य में लागू करेगी. जिसके तहत 5600 स्कूलों में इस कार्यक्रम की शुरुआत की जायेगी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सूबे की राजधानी पटना से इसका श्री गणेश करेंगे.