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पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर सीमांचल के उद्योगपतियों की नजर, ये है वजह - बंगाल में नई और सशक्त सरकार

बिहार के सीमांचल के व्यवसायियों की नजर पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव पर है. बंगाल के वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण सीमांचल के व्यवसायी अपने व्यवसाय का विस्तार नहीं कर रहे हैं. सीमांचल के व्यवसायियों का बंगाल से व्यापारिक रिश्ता है. कटिहार के बुद्धिजीवी और व्यवसाय वर्ग का मानना है कि बंगाल में नई और सशक्त सरकार बनने पर व्यापारिक रिश्ते और मजबूत होंगे.

कटिहार
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Published : Jan 16, 2021, 10:07 PM IST

Updated : Jan 16, 2021, 10:56 PM IST

कटिहार: बिहार के कटिहार जिले का करीब 100 किलोमीटर का क्षेत्र सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है और कटिहार से नजदीकी बाजार मालदा, सिलीगुड़ी और कोलकाता से सटे होने के कारण व्यवसाय में विस्तार हुआ है. जिले के बड़े कारोबारियों की पैनी नजर सीमावर्ती बंगाल के मालदा और उत्तर दिनाजपुर जैसे जिलों पर है. आसानी से इन इलाकों में कच्चा माल उपलब्ध हो जाता है और बिहार के व्यवसायी इन इलाकों में उद्योग लगाने को इच्छुक हैं.

कटिहार जंक्शन
कटिहार जंक्शन

सीमांचल का पश्चिम बंगाल से गहरा नाता
पश्चिम बंगाल के वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण कटिहार और सीमांचल के व्यवसायी सीमा लांघने से परहेज कर रहे हैं. लिहाजा अब बिहार के सीमांचल के व्यवसायियों की नजर बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है. उनका मानना है कि पश्चिम बंगाल में सरकार बदलने के साथ राजनीतिक परिवेश बदल जाएंगे और आसानी से बिहार के व्यवसायी बंगाल में जाकर अपना व्यवसाय बढ़ाएंगे और इसका विस्तार कर सकेंगे.

बंगाल चुनाव पर सीमांचल के व्यवसायियों की नजर

ये भी पढ़ें- बिहार में पहले दिन 18,122 लोगों को दी गई कोरोना की वैक्सीन, PMCH में नहीं आए एक भी कोविड के मरीज

बंगाल से काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता
बता दें कि सीमांचल का पश्चिम बंगाल के कोलकाता से व्यापारिक रिश्ता काफी पुराना है. सीमांचल का पश्चिम बंगाल से चोली दामन का नाता है. खासकर कोलकाता के मंगलवारी हाट यहां के बड़े कारोबारियों को आकर्षित करता है. कपड़े से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान और कॉस्मेटिक सामान थोक में कोलकाता से यहां मंगाया जाता है. लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के कारण यहां के कारोबारी असहजता के साथ अपना कारोबार कर रहे हैं.

काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता
काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता

''बिहार के व्यवसायी वर्ग ममता सरकार से त्रस्त हैं. व्यापारियों को काफी कष्ट का सामना करना पड़ता है. बंगाल में बीजेपी की सरकार आने पर व्यापारियों को काफी सुविधा मिलेगी. केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी लागू किया गया है उसका अनुपालन बंगाल में नहीं होता है और टैक्स की चोरी भी हो रही है''- वीरेंद्र उपाध्याय, कटिहार के कपड़ा व्यवसायी

कटिहार के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र उपाध्याय
कटिहार के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र उपाध्याय

''पश्चिम बंगाल से सीमांचल के व्यवसायियों का गहरा नाता रहा है. लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण उद्योग और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल नहीं बन पाया है. स्थिति ये है कि कुछ वर्ष पूर्व टाटा जैसी कंपनी को अपना निर्णय बदलना पड़ा. ऐसे में छोटे उद्योगपतियों का हौसला टूट रहा है. बंगाल में अनुकूल माहौल बनने और सशक्त सरकार की अपेक्षा निश्चित रूप से यहां के कारोबारी भी कर रहे हैं''- रवि माहावर, सचिव, चेंबर ऑफ कॉमर्स

चेंबर ऑफ कॉमर्स सचिव रवि माहावर
चेंबर ऑफ कॉमर्स सचिव रवि माहावर

''सीमांचल का कटिहार और किशनगंज जिले का 100 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है. सीमांचल और कटिहार में बड़े कारोबारी और व्यवसाई भी हैं लेकिन बंगाल की वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण अपना कारोबार बढ़ाने से परहेज कर रहे हैं. कुछ दिनों बाद बंगाल में विधानसभा चुनाव है ऐसे में कारोबारियों की पैनी नजर विधानसभा चुनाव पर है कि सशक्त सरकार बनने पर इनका कारोबार का विस्तार होगा''- प्रकाश वत्स, वरिष्ठ पत्रकार कटिहार

कटिहार वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश वत्स
कटिहार वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश वत्स

कटिहार: बिहार के कटिहार जिले का करीब 100 किलोमीटर का क्षेत्र सीमावर्ती राज्य पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है और कटिहार से नजदीकी बाजार मालदा, सिलीगुड़ी और कोलकाता से सटे होने के कारण व्यवसाय में विस्तार हुआ है. जिले के बड़े कारोबारियों की पैनी नजर सीमावर्ती बंगाल के मालदा और उत्तर दिनाजपुर जैसे जिलों पर है. आसानी से इन इलाकों में कच्चा माल उपलब्ध हो जाता है और बिहार के व्यवसायी इन इलाकों में उद्योग लगाने को इच्छुक हैं.

कटिहार जंक्शन
कटिहार जंक्शन

सीमांचल का पश्चिम बंगाल से गहरा नाता
पश्चिम बंगाल के वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण कटिहार और सीमांचल के व्यवसायी सीमा लांघने से परहेज कर रहे हैं. लिहाजा अब बिहार के सीमांचल के व्यवसायियों की नजर बंगाल में होने वाले विधानसभा चुनाव पर टिकी हुई है. उनका मानना है कि पश्चिम बंगाल में सरकार बदलने के साथ राजनीतिक परिवेश बदल जाएंगे और आसानी से बिहार के व्यवसायी बंगाल में जाकर अपना व्यवसाय बढ़ाएंगे और इसका विस्तार कर सकेंगे.

बंगाल चुनाव पर सीमांचल के व्यवसायियों की नजर

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बंगाल से काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता
बता दें कि सीमांचल का पश्चिम बंगाल के कोलकाता से व्यापारिक रिश्ता काफी पुराना है. सीमांचल का पश्चिम बंगाल से चोली दामन का नाता है. खासकर कोलकाता के मंगलवारी हाट यहां के बड़े कारोबारियों को आकर्षित करता है. कपड़े से लेकर इलेक्ट्रॉनिक सामान और कॉस्मेटिक सामान थोक में कोलकाता से यहां मंगाया जाता है. लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिस्थिति के कारण यहां के कारोबारी असहजता के साथ अपना कारोबार कर रहे हैं.

काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता
काफी पुराना व्यापारिक रिश्ता

''बिहार के व्यवसायी वर्ग ममता सरकार से त्रस्त हैं. व्यापारियों को काफी कष्ट का सामना करना पड़ता है. बंगाल में बीजेपी की सरकार आने पर व्यापारियों को काफी सुविधा मिलेगी. केंद्र सरकार के द्वारा जीएसटी लागू किया गया है उसका अनुपालन बंगाल में नहीं होता है और टैक्स की चोरी भी हो रही है''- वीरेंद्र उपाध्याय, कटिहार के कपड़ा व्यवसायी

कटिहार के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र उपाध्याय
कटिहार के कपड़ा व्यवसायी वीरेंद्र उपाध्याय

''पश्चिम बंगाल से सीमांचल के व्यवसायियों का गहरा नाता रहा है. लेकिन वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण उद्योग और व्यापार के लिए अनुकूल माहौल नहीं बन पाया है. स्थिति ये है कि कुछ वर्ष पूर्व टाटा जैसी कंपनी को अपना निर्णय बदलना पड़ा. ऐसे में छोटे उद्योगपतियों का हौसला टूट रहा है. बंगाल में अनुकूल माहौल बनने और सशक्त सरकार की अपेक्षा निश्चित रूप से यहां के कारोबारी भी कर रहे हैं''- रवि माहावर, सचिव, चेंबर ऑफ कॉमर्स

चेंबर ऑफ कॉमर्स सचिव रवि माहावर
चेंबर ऑफ कॉमर्स सचिव रवि माहावर

''सीमांचल का कटिहार और किशनगंज जिले का 100 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र पश्चिम बंगाल से सटा हुआ है. सीमांचल और कटिहार में बड़े कारोबारी और व्यवसाई भी हैं लेकिन बंगाल की वर्तमान राजनीतिक परिवेश के कारण अपना कारोबार बढ़ाने से परहेज कर रहे हैं. कुछ दिनों बाद बंगाल में विधानसभा चुनाव है ऐसे में कारोबारियों की पैनी नजर विधानसभा चुनाव पर है कि सशक्त सरकार बनने पर इनका कारोबार का विस्तार होगा''- प्रकाश वत्स, वरिष्ठ पत्रकार कटिहार

कटिहार वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश वत्स
कटिहार वरिष्ठ पत्रकार प्रकाश वत्स
Last Updated : Jan 16, 2021, 10:56 PM IST
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