कटिहार: जिले के सबसे बड़े चिकित्सालय सदर अस्पताल का रंग-ढंग बदलने की तैयारी चल रही है. बहुत जल्द ही अस्पताल में अतिरिक्त 100 बेड लगाए जाएंगे. इसके अलावा 22 करोड़ की लागत से इस अस्पताल का निर्माण किया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार ने स्वीकृति भी दे दी है. जहां बेड बढ़ने से मरीजों को फायदा होगा वहीं कुछ लोग इसे ऊंट के मुंह में जीरे के समान बता रहे हैं.
सदर अस्पताल की बदलेगी रुप-रेखा
दरअसल, राज्य सरकार ने सदर अस्पताल के पुराने जर्जर परिसर में नए भवन निर्माण और साथ ही परिसर में 100 बेड लगाने की योजना बनायी है. इसके अलावा परिसर को विकास और एप्रोच रोड, मेडिकल और नन मेडिकल फर्नीचर और मेडिकल गैस प्लांट के लिए स्वीकृति भी मिल गई है. बताया गया है कि परिसर के पुराने भवनों को तोड़कर नये भवन बनाए जाएंगे. इस भवन में 22 करोड़ 67 लाख रुपये की स्वीकृति राज्य सरकार ने दे दी है. जबकि इससे पूर्व से ही सदर अस्पताल में 100 बेड का अस्पताल का कार्य चल रहा है. इसके बाद 100 बेड का अस्पताल बन जाने से 200 बेड अस्पताल में हो जाएंगे. वहीं दूसरे चरण में 100 बेड और भी लगाए जाएंगे जिससे कुल मिलाकर नए भवन में 300 बेड का अस्पताल बनाया जाएगा.
मरीजों को मिलेगी राहत- किशोर प्रसाद
इस मौके पर कटिहार सदर विधायक किशोर प्रसाद ने बताया कि वर्ष 2009 में सदर अस्पताल कटिहार को 300 बेड का अस्पताल बनाने की इजाजत दे दी गई थी. लेकिन कई तकनीकी कारणों से इस कार्य को अंतिम रूप नहीं दिया गया था. लेकिन अब सर्व-सम्मति से निर्णय लेने के बाद अस्पताल के पुराने और जर्जर भवन को तोड़कर उसमें अतिरिक्त 100 नए बेड का अस्पताल बनाया जाएगा. इसके लिए राज्य सरकार ने स्वीकृति भी दे दी है. वहीं भारत सरकार ने भी 20 करोड़ रुपए की लागत से एक मल्टी स्टोरी बिल्डिंग सदर अस्पताल में बनाने की घोषणा की है. वहीं अस्पताल बन जाने के बाद यहां इलाज से संबंधित सारे उपकरण मौजूद रहेंगे. इससे कटिहार के मरीजों को परेशानियों से मुक्ति मिलेगी.
ये है ऊंट के मुंह में जीरा
वहीं स्थानीय लोग राज्य सरकार और केंद्र सरकार के इस फैसले से खुश तो हैं लेकिन उनका मानना है कटिहार में 32 लाख की आबादी के लिए 100 अतिरिक्त बेड बढ़ाना ऊंट के मुंह में जीरे के समान है. अतिरिक्त बेड बढ़ जाने से मरीजों के समस्या का समाधान नहीं निकल पाएगा.