कटिहार- दुनिया वेलेंटाइन वीक (Valentine Week) मना रही है. ऐसे में जब कई नए जोड़े एक साथ रहने की कसमें खा रहे हैं तो वहीं कटिहार के डॉक्टर दंपति अलग होने के लिए लीगल प्रक्रिया पूरी करने की ओर आगे बढ़ रहे हैं. इन दिनों हाई प्रोफाइल डॉक्टर दंपति चर्चा में है. 7 फेरे और 7 वचन देकर रेनू प्रभा का साथ जीवन भर निभाने का वादा करके मुकरने वाले डॉ संतोष कुमार अब वैलेंटाइन वीक में ही अपने रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहते. डॉक्टर संतोष की पत्नी ने बेवफाई का आरोप लगाकर कटिहार मेडिकल कॉलेज में खूब हंगामा किया. इसलिए डॉक्टर संतोष अब रिश्ता खत्म करने के लिए लीगल प्रक्रिया की मदद लेने का विचार कर रहे हैं.
ये भी पढ़ें- बिहार में 'हम दिल दे चुके सनम' पार्ट- 2 में आया ट्वीस्ट, कहानी जानकर आप भी हो जाएंगे SHOCKED
डॉक्टर दंपति के रिश्तों में दंगल: मेडिकल की पढ़ाई के दौरान ही संतोष और रेनू प्रभा की आंखें चार हुईं. धीरे धीरे दोनों की मुहब्बत परवान चढ़ने लगी. दोनों चोरी-चोरी एक दूसरे से मिलने लगे. इसी बीच दोनों ने आपसी रजामंदी से शादी कर ली. साथ जीने मरने की कसमें खाईं. शादी के बाद एक बेटा हुआ. लेकिन इन पांच साल में न जाने किसकी नजर लग गई कि रश्तों में खटास आ गई. डॉक्टर संतोष कटिहार मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर बन गए. रेनू प्रभा दरभंगा मेडिकल कॉलेज में महिला और प्रसूति रोग की डॉक्टर नियुक्त हो गईं. जैसे ही दोनों के बीच दूरी बढ़ी उनके रिश्तें की खाईं और बढ़ गई. डॉक्टर रेनू के मुताबिक अब डॉक्टर संतोष उनको साथ नहीं रखना चाहते.
सुलह की पहली कोशिश बेनतीजा : फिर भी रेनू प्रभा अपने प्यार को पाने के लिए कोलकाता की 'महिला विकास मंच' के सदस्यों को लेकर कटिहार मेडिकल कॉलेज पहुंच गईं. रेनू ने वहां पहुंचकर जमकर हंगामा किया. इस वाकये के बाद रेनू की लड़ाई लंबी हो गईं है. डॉक्टर संतोष अब भी इस रिश्ते को न मानने की जिद पर अड़े हुए हैं. दोनों के बीच विवाद का पहला राउंड बेनतीजा रहा.
'मैं उनसे मिलने कटिहार मेडिकल कॉलेज में आई लेकिन आसानी से मिलने नहीं दिया गया. मैं महिला विकास मंच की सदस्यों के साथ यहां पहुंची थी कि वो मेरे साथ नहीं रहने का रीजन दे. उसने कोई कारण नहीं बताया. 5 साल से वो मेरे साथ नहीं रहना चाहता'- रेनू प्रभा, डॉक्टर
ये भी पढ़ें: शादी के कुछ दिन बाद बेवफा पति ने की दूसरी शादी, पहली बीवी मांग रही इंसाफ, पति दोनों को रखने को तैयार
पति डॉक्टर संतोष का नहीं आया जवाब: पत्नी द्वारा लगाए गए आरोपों पर डॉक्टर संतोष कुछ भी कहने से बचते दिख रहे हैं. महिला विकास मंच ने डॉक्टर दंपति को भी समझाया लेकिन पांच साल का बेटा होने के बावजूद डॉक्टर संतोष इस रिश्ते को आगे नहीं बढ़ाना चाहते. ये भी बात सामने आ चुकी है कि डॉक्टर संतोष रेनू प्रभा के साथ मारपीट भी करते थे. इससे पहले दोनों में कई बार मारपीट भी हो चुकी है. दोनों पक्ष लीगल प्रक्रिया पूरी करने का विचार कर रहे हैं.
क्या है पारस्परिक तलाक लीगल प्रक्रिया: 'महिला विकास मंच' तो रिश्ते की दूरी को पाट नहीं पाई लेकिन लीगल प्रक्रिया अपनाने से कई ऐसे परिवार दोबारा बस चुके हैं. लेकिन पारस्परिक तलाक की लीगल प्रक्रिया में दोनों पक्षों को सुलह करने या मन बदलने के लिए 6 महीने का समय दिया जाता है. अगर इन प्रस्ताव के 6 महीने में दोनों पक्षों के बीच सहमति बनती तो अंतिम सुनवाई के लिए यानी दूसरे प्रस्ताव के लिए उपस्थित होंगे. अगर दूसरा प्रस्ताव 18 महीने की अवधि में नहीं लाया गया तो अदालत तलाक के आदेश को पारित नहीं करेगी.
विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ETV BHARAT APP