कटिहार : पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यकर्ताओं ने जिला समाहरणालय में धरना प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने पीएफआई के ऑफिस और नेताओं के घरों में हुई छापेमारी का विरोध करते हुए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कार्यकर्ताओं ने ईडी को बीजेपी और आरएसएस का हथियार बताया.
शुक्रवार को जिला समाहरणालय के मुख्य गेट पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के विरोध में प्रदर्शन किया. बताते चलें कि कुछ दिनों पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालय और लीडरों के घर में छापेमारी की गई थी. इसका विरोध पीएफआई के कार्यकर्ता देश के अलग-अलग शहरों के मुख्यालय में प्रदर्शन कर रहे हैं. प्रदर्शन के दौरान पीएफआई के कार्यकर्ता प्रवर्तन निदेशालय को स्वतंत्र एजेंसी के बजाय आरएसएस और बीजेपी का हथियार बता रहे हैं. कटिहार में हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान बीजेपी और आरएसएस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई.
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इसलिए ईडी ने की कार्रवाई : जिला सचिव
पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के जिला सचिव उस्मान गनी ने बताया कि कुछ दिनों पहले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के कार्यालय और लीडरों के घर हुई छापेमारी पूरी तरह से गलत है. सरकार ईडी का गलत तरीके से इस्तेमाल कर रही है. ईडी एक स्वतंत्र एजेंसी के बजाय आरएसएस के हथियार बन कर काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि पॉपुलर फ्रंट को सिर्फ इस वजह से निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि वह आरएसएस के जन विरोधी एजेंडे के खिलाफ एक स्टैंड रखता है.
'पॉपुलर फ्रंट एक आवामी तहरीक है, जो अवामी चंदे से चलती है. पॉपुलर फ्रंट ने हमेशा लेनदेन के मामले में कानून और नियमों का पालन किया है. पॉपुलर फ्रंट को निशाना बनाने के पीछे उनका असल मकसद हिंदुस्तानी मुसलमानों के लिए काम करने वाले तमाम संगठनों और लीडरों को खौफजदा करना है.'- उस्मान गनी, जिला सचिव, पीएफआई