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कटिहार: जल्द मिल सकती है सीमांचल के लोगों को बाढ़ से निजात, मास्टर प्लान पर हो रही चर्चा - कटिहार

फ्लड कंट्रोल के नाम पर सरकारी राशि का पानी के तरह खर्च होता है. लेकिन इस समस्या से निजात पाने का कोई सफल उपाय अभी तक नहीं हो पाई हैं. जिसकी कोशिश सरकार की ओर से की जा रही है.

बाढ़ से निजात का मास्टर प्लान
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Published : Jul 22, 2019, 4:44 PM IST

कटिहार: जिले में बाढ़ पीड़ितों के बीच बंटने वाली सामाग्री और राहत कार्यों का निरीक्षण करने रविवार को प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार कदवा पहुंचे. वहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिये बने कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण किया. साथ ही बाढ़ राहत के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये. साल-दर-साल बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है. काफी जान-माल की क्षति होती है. फ्लड कंट्रोल के नाम पर सरकारी राशि को पानी की तरह खर्च किया जाता है. लेकिन इस समस्या से निजात पाने का कोई मुक्कम्मल उपाय नहीं हो पाया है.

कटिहार का निरीक्षण करते सीएम नीतीश कुमार

फ्लड कंट्रोल पर अधिकारियों से की बातचीत
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कटिहार के कदवा में बाढ़ पीड़ितों के लिये बने कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण करने चांदपुर गांव पहुंचे, उस दौरान कई आला अधिकारी मौजूद रहे. अधिकारियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने हर साल आने वाली सैलाब की त्रासदी से निजात पाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया .

क्या है मुख्यमंत्री का प्लान
सीएम ने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है. लेकिन इसके नुकसान को कम करने की हर मुमकिन कोशिश की जायेगी. जिसके तहत पूर्णिया परिक्षेत्र में कटिहार के गंगा, महानंदा, कोसी, अररिया जिले के परमान नदी को नियंत्रित करने के लिए प्रस्तावित तटबन्ध पर काम करने के फॉर्मूल पर अमल किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीक्रेट प्लान को यदि मंजूरी मिलती है तो सीमांचल के लोगों को बाढ़ से होने वाली परेशानी से राहत मिल सकती है.

कटिहार: जिले में बाढ़ पीड़ितों के बीच बंटने वाली सामाग्री और राहत कार्यों का निरीक्षण करने रविवार को प्रदेश के मुखिया नीतीश कुमार कदवा पहुंचे. वहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों के लिये बने कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण किया. साथ ही बाढ़ राहत के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिये. साल-दर-साल बाढ़ का कहर बढ़ता जा रहा है. काफी जान-माल की क्षति होती है. फ्लड कंट्रोल के नाम पर सरकारी राशि को पानी की तरह खर्च किया जाता है. लेकिन इस समस्या से निजात पाने का कोई मुक्कम्मल उपाय नहीं हो पाया है.

कटिहार का निरीक्षण करते सीएम नीतीश कुमार

फ्लड कंट्रोल पर अधिकारियों से की बातचीत
दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कटिहार के कदवा में बाढ़ पीड़ितों के लिये बने कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण करने चांदपुर गांव पहुंचे, उस दौरान कई आला अधिकारी मौजूद रहे. अधिकारियों से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने हर साल आने वाली सैलाब की त्रासदी से निजात पाने के लिए अधिकारियों को निर्देश दिया .

क्या है मुख्यमंत्री का प्लान
सीएम ने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा है. लेकिन इसके नुकसान को कम करने की हर मुमकिन कोशिश की जायेगी. जिसके तहत पूर्णिया परिक्षेत्र में कटिहार के गंगा, महानंदा, कोसी, अररिया जिले के परमान नदी को नियंत्रित करने के लिए प्रस्तावित तटबन्ध पर काम करने के फॉर्मूल पर अमल किया जाएगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीक्रेट प्लान को यदि मंजूरी मिलती है तो सीमांचल के लोगों को बाढ़ से होने वाली परेशानी से राहत मिल सकती है.

Intro:........सैलाबजदा सीमांचल के लोगों के लिये अच्छे दिन आने वाले हैं .....। हम यह इसलिये कह रहें हैं कि साल - दर - साल की आने वाली बाढ़ की विभीषिका और उससे होने वाले जान - माल की क्षति और फ्लड कंट्रोल के नाम पर सरकारी राशि का पानी के तरह खर्च होना , बाबजुद इसके इससे निजात पाने की कोई मुक्कम्मल कोई उपाय ना निकलने की समस्या पर ब्रेक लगाने के लिये सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मास्टरप्लान तैयार किया हैं जिसके तहत पुर्णिया परिक्षेत्र में कटिहार के गंगा , महानंदा , कोसी , अररिया जिले के परमान नदी को नियंत्रित करने की प्रस्तावित तटबन्ध पर काम करने के फॉर्मूला पर अधिकारियों को कार्य शुरू करने के निर्देश दिये ......। क्या हैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का फ्लड कंट्रोल का सीक्रेट गोल्डेन प्लान ......।


Body:दरअसल , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जब कटिहार के कदवा में बाढ़ पीड़ितों के लिये बना कम्युनिटी किचेन का निरीक्षण करने चाँदपुर गाँव पहुँचे तो वहाँ आमजनों का प्रवेश निषेध था और अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों की लंबी - चौड़ी फौज थी जिसमे आपदा विभाग के प्रधान सचिव , फ्लड कंट्रोल के प्रधान सचिव , महानन्दा औऱ कोसी के सीनियर इंजीनियर समेत कई आला अधिकारी मौजूद थे । थोड़ी - बहुत कत्सीयस टॉक के बाद मुख्यमंत्री ने साल - दर - साल आने वाली सैलाब की त्रासदी से निजात पर अधिकारियों से कार्य करने को कहा......। अधिकारियों ने इससे जुड़े एक वृहत नक्शे को सीएम साहेब के सामने रखा जिससे मुख्यमंत्री महानन्दा नदी पर प्रस्तावित एक ओर पश्चिमी तटबन्ध के तकनीकी पहलुओं से अवगत हुआ और संशोधित प्रपोजल तैयार करने का अधिकारियों को निर्देश दिया। दिये निर्देश में उन्होंने कहा कि बाढ़ एक प्राकृतिक आपदा हैं लेकिन इसके नुकसान को कम करने का हर मुमकिन कोशिश की जायेगी । महानन्दा में अचानक उफान का एक अहम कारण अररिया जिले के परमान और रीगा नदी का डिस्चार्ज वाटर का इसमें सीधे पहुँचना भी हैं । इसके लिये तटबन्ध का निर्माण प्रस्तावित हैं और बिना समय गँवाएँ यह कार्य करायें और इसके अलावा जो भी आवश्यक कदम हैं , उसका प्रपोजल तत्काल भेजें .....। देखिये , इस वीडियो में , मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सैलाब से निजात पाने का सीक्रेट प्लान .....।


Conclusion:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सीक्रेट पलान को यदि मंजूरी मिल गयी तो जल्द ही सीमांचल के लोगों के लिये शोक में तब्दील साल - दर - साल की होने वाली समस्या पर ब्रेक लग पाने की उम्मीद हैं औऱ बौरायी नदियों को बाँधों के जरिये बाँध कर समस्याओं से मुक्ति मिल सकती है ......।
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