कटिहारः देश में कोरोना तेजी से पांव पसार रहा है और अब तक 96 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. जिसे देखते हुए केंद्र सरकार ने पूरे देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ा दिया है. लॉकडाउन 4 को बढ़ाने के इस फैसले के बाद भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला है.
'देर से लगा देश में लॉकडाउन'
विधायक महबूब आलम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जी कहते हैं कि सही समय पर देश में लॉकडाउन लगाया गया है, लेकिन कहीं ना कहीं देर हो चुकी थी. जब लोगों को वुहान शहर से जनवरी में हवाई जहाज से भरकर ला रहे थे, तभी पूरे देश में लॉकडाउन लगाना चाहिए था. उन्होंने ये भी कहा कि बिहार विधानसभा को 16 मार्च को ही स्थगित कर दिया गया था. लेकिन प्रधानमंत्री ने 23 मार्च तक संसद स्थगित नहीं किया. इसमें प्रधानमंत्री जी का स्वार्थ निहित था, ताकि मध्य प्रदेश की सरकार को गिराकर नई सरकार बनाना था और शपथ ग्रहण कराना था, इसलिए 23 मार्च तक संसद स्थगित नहीं की गई.
मजदूरों को 200 रुपये रोजाना देने की मांग
विधायक ने केंद्र सरकार और बिहार सरकार पर हमला बोलते हुए कहा की 16 मार्च को विधानसभा सत्र के दौरान हमने कहा था कि बगैर योजना के लॉक डाउन लगाना दिहाड़ी मजदूरों के लिए बड़ी समस्या उत्पन्न कर सकता है. हमने हर दिहाड़ी मजदूरों के खाते में 200 रुपये रोजाना देने की मांग की गई थी. ताकि उनके खाने पीना की व्यवस्था हो सके.
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विधायक महबूब आलम ने कहा कि अब जब लॉक डाउन 4.0 लग गया है तो दिहाड़ी मजदूरों के सामने आगे भी रोजगार की समस्या उत्पन्न होगी, ऐसे में सरकार मजदूरों को उचित मुआवजा दे.