कटिहारः अवैध रूप से रह रहे अफगानी नागरिकों की गिरफ्तारी बाद जांच एजेंसियों ने अपनी तफ्तीश तेज कर दी है. जांच एजेंसियों ने जिले के अलग-अलग जगहों से पूछताछ के लिए सात अन्य लोगों को हिरासत में लिया है. पूछताछ के लिए गए लोगों के बारे में पूछने पर अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है.
जांच एजेंसियों ने मीडिया से बनाई दूरी
कटिहार जिले में बीते 15 दिसंबर को पुलिस हत्थे चढ़े पांच अवैध अफगानी नागरिकों के मामले में जांच तेज हो गई है. मामले में जिला पुलिस के अलावा कई जांच एजेंसियां जुटी हैं. जांच कर रही एजेंसियों में एंटी टेररिस्ट स्क्वाड, इंटेलिजेंस ब्यूरो, सीआईडी शामिल हैं. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसियों ने इस मामले में पूछताछ के लिए सात लोगों को हिरासत में लिया है. जिसमें कदवा प्रखंड के सोनैली से दो, कदवा से एक, आजमनगर थाना क्षेत्र से एक, नगर निगम क्षेत्र से एक और एक अन्य व्यक्ति को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है.
अंदरखाने में चर्चा- स्लीपर सेल का मिल सकता है सुराग
पूछताछ के लिए हिरासत में लिए गए लोगों के बारे में अंदरखाने में चर्चा है कि पुलिस संबंधित लोगों का नाम छिपा रही है. उन लोगों का नगर थाना क्षेत्र के चौधरी मोहल्ला में मोनाजिर के घर रह रहे अफगानी नागरिकों से मधुर संबंध थे. सूत्रों की माने तो पूछताछ के लिए जांच एजेंसियों द्वारा पकड़े गए लोगों से अहम सुराग मिल सकता है. सीमांचल और मिथिलांचल में स्लीपर सेल ( गोपनीय ढंग से काम करना ) के रूप में काम कर रहे लोगों के बारे में खुलासा हो सकता है. लेकिन इन सभी सवालों पर मीडिया से बात करने से एजेंसियां कतरा रही हैं.
अफगानी नागरिकों ने बनवा रखे थे कई आधार कार्ड
गौरतलब है कि पूर्णिया सेंट्रल जेल में अलग-अलग गिरफ्तार पांचों अफगानी नागरिक बंद हैं. गिरफ्तार अफगानी नागरिकों से प्रारंभिक पूछताछ में जिला पुलिस और जांच एजेंसियों को जो इनपुट मिले थे. उससे इस बात के पुख्ता सुबूत मिलते हैं कि गिरफ्तार आरोपी फर्जी तरीके से नागरिकता पाने की कोशिश कर रहे थे. उनके पास से बरामद दस्तावेजों में आधार कार्ड, आवासीय प्रमाणपत्र, जन्म प्रमाणपत्र, मतदाता प्रमाणपत्र, एटीएम सहित कई कागजात मिले हैं. दस्तावेजों का उपयोग आवश्कयता अनुसार किया करते थे.