कटिहार: कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पूरे भारत देश में अलर्ट कर दिया गया है. साथ ही लोगों को इससे बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है. कटिहार में भी कोरोना वायरस से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग की तैयारी पूरी है और इससे निपटने के लिए मेडिकल कॉलेज में चार बेड का एक आइसोलेशन वार्ड बनाया गया है. साथ ही टीम बाहर से आने वाले लोगों पर नजर बनाए हुए हैं.
सर्दी-खांसी की थी शिकायत
मामला जिले के बरारी प्रखंड के बरेटा पंचायत का है. यहां कोरोना वायरस होने की अफवाह से गांव में हड़कंप मच गया था. दरअसल, सर्दी-खांसी से बेहाल मरीज हाल ही में मुंबई से आया था. जिससे गांव में अफवाह फैली कि मरीज को कोरोना वायरस है. जिसके बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया. स्वास्थ्य विभाग को गांव वाले से मिली जानकारी के बाद मेडिकल टीम गांव तक पहुंची और उस मरीज की जांच की गई. डॉक्टर ने जांच में टीबी का लक्षण बताया. इसके बाद गांव वालों ने राहत की सांस ली.
मुंबई से लौटा था युवक
मरीज के अनुसार वह जनवरी में दिल्ली से मजदूरी कर आया था. इसके बाद फरवरी महीने में वह बीमारी की अवस्था में मुंबई कमाने चला गया था और यहां काम नहीं मिलने पर 12 मार्च को अपने गांव आया. लेकिन तबीयत बिगड़ती गई और उसके बाद 14 मार्च को पूर्णिया में उसका इलाज कराया गया जांच के बाद उसमें टीबी का लक्षण पाया गया.
नहीं मिले कोरोना के लक्षण
मामले की जानकारी मिलते ही सिविल सर्जन अरविंद प्रसाद शाही ने बताया कि मरीज को पिछले एक महीने से खांसी और बुखार था और उसका इलाज पूर्णिया के एक निजी डॉक्टर के यहां चल रहा था. हमने भी उसकी जांच की लेकिन उसमें कोई भी कोरोना वायरस का लक्षण नहीं पाया गया. फिलहाल उसकी निगरानी कटिहार स्वास्थ्य विभाग कर रही है और जांच को लेकर डॉक्टरों की टीम भी बनाई गई है.