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कटिहार: किसानों को दिया गया जैविक खेती करने का प्रशिक्षण - farmers got training for organic farming

कटिहार के कोढ़ा प्रखंड में जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया गया. इस दौरान किसानों से जैविक खेती करने के लिए प्रोत्सहित किया गया और फसल के लिए मार्केट उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया गया.

प्रशिक्षण
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Published : Feb 8, 2021, 1:59 PM IST

कटिहार: जिले के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के संदलपुर पंचायत के मकईपुर गांव में जैविक कॉरिडोर योजना के तहत अंगिकरण और प्रमाणीकरण का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया. जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों किसान शामिल हुए. प्रशिक्षण शिविर में कृषि विभाग के पदाधिकारियों ने किसानों को समूह बनाने और समूह के द्वारा फसल उत्पादन करने की जानकारी दी. इस दौरान किसानों को जैविक विधि से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.

जैविक खेती के लिए सरकार चला रही है योजना
किसानों को खेतों में रासायनिक खाद के प्रयोग को कम करने के लिए सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. जिसके लिए सरकार की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. जैविक कॉरिडोर योजना के अंतर्गत अंगीकरण और प्रमाणीकरण के तहत किसानों को जैविक खेती के लिए निर्धारित पैकेज पर सहायता देकर पंजीकरण कराया जाएगा. जिसके लिए किसानों को कृषि विभाग की तरफ से 11 हजार 5 सौ रुपये प्रति वर्ष प्रति एकड़ देने का प्रावधान है.

ये भी पढ़ें- 14 साल पहले ख़त्म किया गया था APMC एक्ट, किसानों को क्या मिला?

"जैविक काॅरिडोर योजना अंतर्गत किसानों को जैविक खेती कराने तथा उसको बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कोड़ा प्रखंड के संदलपुर पंचायत में एक एफपीओ बनाया गया है. जिसमें 100 किसानों को जोड़ा गया है. जिन्हें जैविक खेती के प्रशिक्षण के साथ 11 हजार 5 सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. किसानों को अधिक जानकारी के लिए उन्हें क्षेत्र का भ्रमण कराया जाएगा. जैविक खेती से जो फसल उगाए जाएंगे, उसके लिए मार्केट की व्यवस्था सरकार के द्वारा कराई जाएगी." -दिनकर प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी

कटिहार: जिले के कोढ़ा प्रखंड क्षेत्र के संदलपुर पंचायत के मकईपुर गांव में जैविक कॉरिडोर योजना के तहत अंगिकरण और प्रमाणीकरण का प्रशिक्षण शिविर लगाया गया. जिसमें क्षेत्र के सैकड़ों किसान शामिल हुए. प्रशिक्षण शिविर में कृषि विभाग के पदाधिकारियों ने किसानों को समूह बनाने और समूह के द्वारा फसल उत्पादन करने की जानकारी दी. इस दौरान किसानों को जैविक विधि से खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया गया.

जैविक खेती के लिए सरकार चला रही है योजना
किसानों को खेतों में रासायनिक खाद के प्रयोग को कम करने के लिए सरकार ने जैविक खेती को बढ़ावा देने का फैसला लिया है. जिसके लिए सरकार की कई योजनाएं चलाई जा रही हैं. जैविक कॉरिडोर योजना के अंतर्गत अंगीकरण और प्रमाणीकरण के तहत किसानों को जैविक खेती के लिए निर्धारित पैकेज पर सहायता देकर पंजीकरण कराया जाएगा. जिसके लिए किसानों को कृषि विभाग की तरफ से 11 हजार 5 सौ रुपये प्रति वर्ष प्रति एकड़ देने का प्रावधान है.

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"जैविक काॅरिडोर योजना अंतर्गत किसानों को जैविक खेती कराने तथा उसको बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. कोड़ा प्रखंड के संदलपुर पंचायत में एक एफपीओ बनाया गया है. जिसमें 100 किसानों को जोड़ा गया है. जिन्हें जैविक खेती के प्रशिक्षण के साथ 11 हजार 5 सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है. किसानों को अधिक जानकारी के लिए उन्हें क्षेत्र का भ्रमण कराया जाएगा. जैविक खेती से जो फसल उगाए जाएंगे, उसके लिए मार्केट की व्यवस्था सरकार के द्वारा कराई जाएगी." -दिनकर प्रसाद सिंह, जिला कृषि पदाधिकारी

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