ETV Bharat / state

दवा घोटाला मामला: रिटायर किए गए कटिहार सदर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक - katihar update news

जिले में अवैध तौर पर दवा की खरीदारी में गबन करने के आरोप में सदर अस्पताल के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. मनिन्द्र कुमार मनीष पर विभागीय गाज गिरी हैं. राज्य मुख्यालय ने डॉ.मनीष के खिलाफ अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति करने का आदेश जारी किया गया है.

कटिहार
कटिहार
author img

By

Published : Jun 11, 2021, 11:42 AM IST

Updated : Jun 11, 2021, 12:29 PM IST

कटिहार: दवा खरीदारी मामले में कटिहार सदर अस्पताल ( Katihar Sadar Hospital ) के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. मनिन्द्र कुमार मनीष पर विभागीय गाज गिरी है. राज्य मुख्यालय ने डॉ. मनीष के खिलाफ अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति करने का आदेश जारी किया है. बताया जा रहा है कि तय दर से अधिक कीमत पर दवा की बिना किसी से जानकारी साझा करते हुए करोड़ों रुपए के कमीशन पर दवा खरीदारी करने पर ये कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें: 'राज्यपाल कोटे से बना देंगे MLC'...कहकर 60 लाख की ठगी, फ्रॉड वशिष्ठ नारायण झा गिरफ्तार

दवा खरीद में गबन का आरोप
दरअसल, पूरा मामला कटिहार सदर अस्पताल का है, जहां राज्य मुख्यालय के निर्देश पर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक और वर्तमान में एसएनसीयू के प्रभारी डॉ. एम के मनीष को सेवानिवृत्त करने के आदेश जारी किया गया है. मामला 2009 से 2012 के बीच का है.

नदी व तालाब में फेंकी गई थी एक्सपायरी दवा
बताया जा रहा है कि अस्पताल में तय दर से अधिक कीमत पर दवा की खरीदारी की गई. पहले तो यह बात सामने नहीं आई लेकिन जिले के तत्कालीन डीएम के आदेश पर पूरे मामले की जांच कराई गई लेकिन यह जांच भी रह गई. इसके बाद बक्सर के ही किसी स्वयंसेवी संस्था ने हाईकोर्ट ( Patna High Court ) में दवा घोटाले को लेकर जनहित याचिका दायर की, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में पूरे मामले को लेकर हड़कंप मच गया था. बता दें कि मामला उजागर होने के बाद उस समय स्थानीय नदी और तालाबों में एक्सपायरी दवाइयां बरामद हुईं थी.

प्रभार डीएस को सौंपने का आदेश
कटिहार के सिविल सर्जन डॉ. डी एन पांडेय ने सदर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक ने एसएनसीयू के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनिद्र कुमार मनीष को अपना प्रभार डीएस को सौंपने का आदेश दिए हैं.

कटिहार: दवा खरीदारी मामले में कटिहार सदर अस्पताल ( Katihar Sadar Hospital ) के पूर्व डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. मनिन्द्र कुमार मनीष पर विभागीय गाज गिरी है. राज्य मुख्यालय ने डॉ. मनीष के खिलाफ अनिवार्य रूप से सेवानिवृत्ति करने का आदेश जारी किया है. बताया जा रहा है कि तय दर से अधिक कीमत पर दवा की बिना किसी से जानकारी साझा करते हुए करोड़ों रुपए के कमीशन पर दवा खरीदारी करने पर ये कार्रवाई की गई है.

ये भी पढ़ें: 'राज्यपाल कोटे से बना देंगे MLC'...कहकर 60 लाख की ठगी, फ्रॉड वशिष्ठ नारायण झा गिरफ्तार

दवा खरीद में गबन का आरोप
दरअसल, पूरा मामला कटिहार सदर अस्पताल का है, जहां राज्य मुख्यालय के निर्देश पर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक और वर्तमान में एसएनसीयू के प्रभारी डॉ. एम के मनीष को सेवानिवृत्त करने के आदेश जारी किया गया है. मामला 2009 से 2012 के बीच का है.

नदी व तालाब में फेंकी गई थी एक्सपायरी दवा
बताया जा रहा है कि अस्पताल में तय दर से अधिक कीमत पर दवा की खरीदारी की गई. पहले तो यह बात सामने नहीं आई लेकिन जिले के तत्कालीन डीएम के आदेश पर पूरे मामले की जांच कराई गई लेकिन यह जांच भी रह गई. इसके बाद बक्सर के ही किसी स्वयंसेवी संस्था ने हाईकोर्ट ( Patna High Court ) में दवा घोटाले को लेकर जनहित याचिका दायर की, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग में पूरे मामले को लेकर हड़कंप मच गया था. बता दें कि मामला उजागर होने के बाद उस समय स्थानीय नदी और तालाबों में एक्सपायरी दवाइयां बरामद हुईं थी.

प्रभार डीएस को सौंपने का आदेश
कटिहार के सिविल सर्जन डॉ. डी एन पांडेय ने सदर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक ने एसएनसीयू के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मनिद्र कुमार मनीष को अपना प्रभार डीएस को सौंपने का आदेश दिए हैं.

Last Updated : Jun 11, 2021, 12:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.