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'मामला तो गांधी मैदान में ही निपटेगा', जेल से बाहर आने के बाद आज PK करेंगे बड़ा ऐलान! - PRASHANT KISHOR

प्रशांत किशोर जेल से बाहर आ गए. समर्थक इंतजार में हैं कि आगे का क्या प्लान है? पीके आज बड़ी घोषणा कर सकते हैं.

Protest Prashant Kishor Hunger Strik
प्रशांत किशोर (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jan 7, 2025, 10:20 AM IST

Updated : Jan 7, 2025, 10:48 AM IST

पटना: बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन करने वाले प्रशांत किशोर जेल गए और जमानत पर बाहर भी आए. कोर्ट शर्त के साथ बेल देने के लिए तैयार था लेकिन पीके 'पुष्पा झुकेगा नहीं..' की तरह शर्त के साथ जमानत लेने को नहीं तैयार हुए. प्रशांत किशोर जेल जाना सही समझे. उन्हें पुलिस बेऊर जेल ले गयी लेकिन कुछ देर के बाद ही कोर्ट बिना शर्त जमानत दे दी और प्रशांत किशोर जेल से बाहर आ गए.

पीके का प्लान 2.0: अब सवाल है कि पीके का आगे का प्लान क्या है? क्या फिर से पीके आमरण अनशन पर बैठेंगे, लेकिन कहां? पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि 'गांधी मैदान में प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा. धरना आदि के लिए गर्दनीबाग में स्थल बनाया गया है, वहां प्रदर्शन करें. अगर ऐसा नहीं करते हैं और फिर से गांधी मैदान में जाते हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

अनशन तो जारी रहेगा: प्रशांत किशोर को सोमवार की सुबह 4 बजे गिरफ्तारी के बाद 11 बजे कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कहा कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि वे जेल जाए या जमानत मिले लेकिन अनशन जारी रहेगा. वे जेल जाने के लिए भी तैयार थे और गए भी. जाते-जाते जेल में भी अनशन जारी रखने की घोषणा की.

फिर गांधी मैदान को चुना: सोमवार को ही जेल से बाहर आए और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 'मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा.' कहा कि शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो अंत भी गांधी मैदान से ही होगा. यह नीतीश कुमार की जिद और बिहार के युवाओं की जिद है. संभवत: प्रशांत किशोर मंगलवार को एक बार फिर अनशन को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं. प्रशांत किशोर कहते हैं 'गांधी मैदान में बैठकर शांतिपूर्ण सत्याग्रह किसी कानून का उल्लंघन नहीं है.'

45 लोगों को किया गिरफ्तार: बता दें कि सोमवार को प्रशांत किशोर के साथ-साथ 45 लोगों को हिरासत में लिया गया. इसमें बीपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र भी शामिल हैं. पीके की वैनिटी वैन सहित 15 चार पहिया वाहन को जब्त किया गया. प्रशांत किशोर तो जेल से बाहर आ गए लेकिन जानकारी के अनुसार इन छात्रों को सोमवार की रात तक नहीं छोड़ा गया था.

"43 लोगों को हिरासत मे लिया गया है. 30 लोगों का वेरिफिकेशन किया गया है. पांच लोग पटना के हैं और सभी अन्य 25 लोग पटना से बाहर के हैं. चार लोग बिहार से बाहर के हैं जिसमें तीन उत्तर प्रदेश के और एक दिल्ली के हैं. जिला अधिकारी ने बताया कि अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है इसके बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी." -डॉ चंद्रशेखर सिंह, डीएम पटना

पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह (ETV Bharat)

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज: इधर, बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा में कथित धांधली का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मंगलवार को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होगी. इसमें अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.

पीके ने दी थी कार्रवाई की चेतावनी: बता दें कि पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रशांत किशोर ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने सरकार को अल्टीमेटम दिया था और लाठीचार्ज का आदेश देने वाली आईपीएस स्वीटी सेहरावत पर कार्रवाई करने की बात कही थी. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि युवाओं के साथ मारपीट करने वाले पुलिस-प्रशासन और सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.

बिहार में बवाल क्यों?: 13 दिसंबर 2024 को बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा आयोजित की गयी थी. पटना के बापू केंद्र पर प्रश्न पत्र मिलने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था. इसको लेकर बवाल भी हुआ था. इसके बाद आयोग ने इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी. 4 जनवरी को परीक्षा लेने की घोषणा की थी. लेकिन छात्रों ने कहा कि एक नहीं बल्कि पूरे बिहार के केंद्र की परीक्षा रद्द की जाए.

बीपीएससी फैसले पर कायम: बीपीएससी छात्रों की मांग को नहीं मानी इसलिए अभ्यर्थियों ने पटना में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसके बाद प्रशांत किशोर अभ्यर्थी के समर्थन में आए. गांधी मैदान में छात्रों को गोलबंद किया. इस दौरान फिर से 29 दिसंबर की रात अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज हुआ. इसके बाद प्रशांत किशोर आमरण अनशन शुरू कर दिए. इसी बीच 4 जनवरी को बापू केंद्र की रद्द परीक्षा आयोजित करायी. इसके बाद मामला और तूल पकड़ लिया है.

नीतीश का अंतिम दही चूड़ा: प्रशांत किशोर सोमवार तक पांचवे दिन आमरण अनशन पर बैठे थे. सोमवार की सुबह 4 बजे पटना पुलिस गांधी मैदान पहुंचकर प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई. जन सुराज का आरोप है कि पुलिस ने पीके के साथ मारपीट भी की. कोर्ट में पेशी के बाद जेल गए और जेल से आने के बाद चेतावनी दी है कि इसबार नीतीश कमार का एक अने मार्ग में अंतिम दही चूड़ा है.

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पटना: बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में आमरण अनशन करने वाले प्रशांत किशोर जेल गए और जमानत पर बाहर भी आए. कोर्ट शर्त के साथ बेल देने के लिए तैयार था लेकिन पीके 'पुष्पा झुकेगा नहीं..' की तरह शर्त के साथ जमानत लेने को नहीं तैयार हुए. प्रशांत किशोर जेल जाना सही समझे. उन्हें पुलिस बेऊर जेल ले गयी लेकिन कुछ देर के बाद ही कोर्ट बिना शर्त जमानत दे दी और प्रशांत किशोर जेल से बाहर आ गए.

पीके का प्लान 2.0: अब सवाल है कि पीके का आगे का प्लान क्या है? क्या फिर से पीके आमरण अनशन पर बैठेंगे, लेकिन कहां? पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह का कहना है कि 'गांधी मैदान में प्रदर्शन नहीं करने दिया जाएगा. धरना आदि के लिए गर्दनीबाग में स्थल बनाया गया है, वहां प्रदर्शन करें. अगर ऐसा नहीं करते हैं और फिर से गांधी मैदान में जाते हैं तो सख्त कार्रवाई की जाएगी.'

अनशन तो जारी रहेगा: प्रशांत किशोर को सोमवार की सुबह 4 बजे गिरफ्तारी के बाद 11 बजे कोर्ट में पेश किया गया. इस दौरान प्रशांत किशोर ने स्पष्ट कहा कि उनका आमरण अनशन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि वे जेल जाए या जमानत मिले लेकिन अनशन जारी रहेगा. वे जेल जाने के लिए भी तैयार थे और गए भी. जाते-जाते जेल में भी अनशन जारी रखने की घोषणा की.

फिर गांधी मैदान को चुना: सोमवार को ही जेल से बाहर आए और मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि 'मामला तो गांधी मैदान में ही निपटाया जाएगा.' कहा कि शुरुआत गांधी मैदान से हुई है तो अंत भी गांधी मैदान से ही होगा. यह नीतीश कुमार की जिद और बिहार के युवाओं की जिद है. संभवत: प्रशांत किशोर मंगलवार को एक बार फिर अनशन को लेकर बड़ी घोषणा कर सकते हैं. प्रशांत किशोर कहते हैं 'गांधी मैदान में बैठकर शांतिपूर्ण सत्याग्रह किसी कानून का उल्लंघन नहीं है.'

45 लोगों को किया गिरफ्तार: बता दें कि सोमवार को प्रशांत किशोर के साथ-साथ 45 लोगों को हिरासत में लिया गया. इसमें बीपीएससी की तैयारी करने वाले छात्र भी शामिल हैं. पीके की वैनिटी वैन सहित 15 चार पहिया वाहन को जब्त किया गया. प्रशांत किशोर तो जेल से बाहर आ गए लेकिन जानकारी के अनुसार इन छात्रों को सोमवार की रात तक नहीं छोड़ा गया था.

"43 लोगों को हिरासत मे लिया गया है. 30 लोगों का वेरिफिकेशन किया गया है. पांच लोग पटना के हैं और सभी अन्य 25 लोग पटना से बाहर के हैं. चार लोग बिहार से बाहर के हैं जिसमें तीन उत्तर प्रदेश के और एक दिल्ली के हैं. जिला अधिकारी ने बताया कि अन्य लोगों की भी जांच की जा रही है इसके बाद विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी." -डॉ चंद्रशेखर सिंह, डीएम पटना

पटना डीएम चंद्रशेखर सिंह (ETV Bharat)

सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई आज: इधर, बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा में कथित धांधली का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. मंगलवार को बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग वाली याचिका की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होगी. इसमें अभ्यर्थियों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है.

पीके ने दी थी कार्रवाई की चेतावनी: बता दें कि पटना में बीपीएससी अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज के खिलाफ प्रशांत किशोर ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही थी. इसके साथ ही प्रशांत किशोर ने सरकार को अल्टीमेटम दिया था और लाठीचार्ज का आदेश देने वाली आईपीएस स्वीटी सेहरावत पर कार्रवाई करने की बात कही थी. उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा था कि युवाओं के साथ मारपीट करने वाले पुलिस-प्रशासन और सरकार के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.

बिहार में बवाल क्यों?: 13 दिसंबर 2024 को बीपीएससी 70वीं पीटी परीक्षा आयोजित की गयी थी. पटना के बापू केंद्र पर प्रश्न पत्र मिलने का आरोप लगाकर अभ्यर्थियों ने परीक्षा का बहिष्कार कर दिया था. इसको लेकर बवाल भी हुआ था. इसके बाद आयोग ने इस केंद्र की परीक्षा रद्द कर दी. 4 जनवरी को परीक्षा लेने की घोषणा की थी. लेकिन छात्रों ने कहा कि एक नहीं बल्कि पूरे बिहार के केंद्र की परीक्षा रद्द की जाए.

बीपीएससी फैसले पर कायम: बीपीएससी छात्रों की मांग को नहीं मानी इसलिए अभ्यर्थियों ने पटना में जमकर प्रदर्शन किया. इस दौरान अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज किया गया. इसके बाद प्रशांत किशोर अभ्यर्थी के समर्थन में आए. गांधी मैदान में छात्रों को गोलबंद किया. इस दौरान फिर से 29 दिसंबर की रात अभ्यर्थियों पर लाठी चार्ज हुआ. इसके बाद प्रशांत किशोर आमरण अनशन शुरू कर दिए. इसी बीच 4 जनवरी को बापू केंद्र की रद्द परीक्षा आयोजित करायी. इसके बाद मामला और तूल पकड़ लिया है.

नीतीश का अंतिम दही चूड़ा: प्रशांत किशोर सोमवार तक पांचवे दिन आमरण अनशन पर बैठे थे. सोमवार की सुबह 4 बजे पटना पुलिस गांधी मैदान पहुंचकर प्रशांत किशोर को गिरफ्तार कर लिया. इस दौरान अभ्यर्थियों और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई. जन सुराज का आरोप है कि पुलिस ने पीके के साथ मारपीट भी की. कोर्ट में पेशी के बाद जेल गए और जेल से आने के बाद चेतावनी दी है कि इसबार नीतीश कमार का एक अने मार्ग में अंतिम दही चूड़ा है.

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Last Updated : Jan 7, 2025, 10:48 AM IST
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