ETV Bharat / state

राज्य से पलायन रोकने में मददगार साबित हो रही मुख्यमंत्री परिवहन योजना - katihar

मुख्यमंत्री परिवहन योजना के तहत लाभार्थी को वाहन खरीदने पर 1 लाख तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है. योजना के तहत राज्य के लगभग 8405 ग्राम पंचायतों को शामिल कर उन्हें सहायता प्रदान किया जाना सरकार का लक्ष्य है. सरकार की ओर से हर पंचायत के 5 युवाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा.

मुख्यमंत्री परिवहन योजना
मुख्यमंत्री परिवहन योजना
author img

By

Published : Feb 11, 2020, 4:39 PM IST

Updated : Feb 11, 2020, 4:49 PM IST

कटिहारः राज्य के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत लोगों को वाहन खरीदने के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान करने की योजना थी. जिससे ग्रामीण वित्तीय सहायता से खुद का रोजगार शुरू कर सके. इस योजना से जिले के बेरोजगार लोगों को रोजगार का नया अवसर मिला है. योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त वाहन सड़कों पर फर्राटा भरते दिखाई दे रहे हैं.

हर पंचायत से 5 लोगों को योजना का लाभ
योजना के तहत बिहार सरकार राज्य से हो रहे पलायन को रोकने में भी अहम कदम मान रही है. सरकार का मानना है इसके जरिए लोग अपने घर में ही रोजगार कर रहे हैं. उन्हें पैसे कमाने के लिए दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ रहा है. बता दें कि जिले में कुल 235 पंचायत हैं, सभी पंचायतों में 5 लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. योजना को 4 फेज में पूरा कर लिया गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'नहीं मिल रहा योजना का सही लाभ'
योजना का लाभ उठाने वाले लाभार्थी संजय कुमार विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए यह योजना लाई थी. लेकिन इस योजना का लाभ लोगों को सही से नहीं मिल रहा है. वाहन खरीदने के लिए बिहार सरकार की ओर से इसके लिए 1लाख तक की सब्सिडी दी जाती है. जबकि तीन पहिया वाहन में 4 लाख का खर्च आता है. उनका कहना है कि यदि हम खुद अपने पैसे से वाहन खरीदे तो ढाई से तीन लाख के बीच नया वाहन आ जाएगा, लेकिन योजना के तहत हमें 1 लाख अधिक चुकाना पड़ रहा है.
पलायन को रोकने में अहम कदम
मामले में उप विकास आयुक्त सुश्री वर्षा सिंह ने कहा कि यह योजना बिहार में पलायन को कम करने में एक अहम कदम माना जा रहा है. इसके जरिए जिले के लोगों का पलायन भी रुका है और लोग इसके तहत लोग अपनी जीविकोपार्जन चला रहे हैं. उन्होंने बताया जिले में कई लोगों ने इसका लाभ उठाया है. उन्होंने बताया कि आगे अभी इसका काम जारी है.

कटिहारः राज्य के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत लोगों को वाहन खरीदने के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान करने की योजना थी. जिससे ग्रामीण वित्तीय सहायता से खुद का रोजगार शुरू कर सके. इस योजना से जिले के बेरोजगार लोगों को रोजगार का नया अवसर मिला है. योजना के तहत सब्सिडी प्राप्त वाहन सड़कों पर फर्राटा भरते दिखाई दे रहे हैं.

हर पंचायत से 5 लोगों को योजना का लाभ
योजना के तहत बिहार सरकार राज्य से हो रहे पलायन को रोकने में भी अहम कदम मान रही है. सरकार का मानना है इसके जरिए लोग अपने घर में ही रोजगार कर रहे हैं. उन्हें पैसे कमाने के लिए दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ रहा है. बता दें कि जिले में कुल 235 पंचायत हैं, सभी पंचायतों में 5 लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है. योजना को 4 फेज में पूरा कर लिया गया है.

देखें पूरी रिपोर्ट

'नहीं मिल रहा योजना का सही लाभ'
योजना का लाभ उठाने वाले लाभार्थी संजय कुमार विश्वास ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए यह योजना लाई थी. लेकिन इस योजना का लाभ लोगों को सही से नहीं मिल रहा है. वाहन खरीदने के लिए बिहार सरकार की ओर से इसके लिए 1लाख तक की सब्सिडी दी जाती है. जबकि तीन पहिया वाहन में 4 लाख का खर्च आता है. उनका कहना है कि यदि हम खुद अपने पैसे से वाहन खरीदे तो ढाई से तीन लाख के बीच नया वाहन आ जाएगा, लेकिन योजना के तहत हमें 1 लाख अधिक चुकाना पड़ रहा है.
पलायन को रोकने में अहम कदम
मामले में उप विकास आयुक्त सुश्री वर्षा सिंह ने कहा कि यह योजना बिहार में पलायन को कम करने में एक अहम कदम माना जा रहा है. इसके जरिए जिले के लोगों का पलायन भी रुका है और लोग इसके तहत लोग अपनी जीविकोपार्जन चला रहे हैं. उन्होंने बताया जिले में कई लोगों ने इसका लाभ उठाया है. उन्होंने बताया कि आगे अभी इसका काम जारी है.

Intro:कटिहार

जिले के लोग उठा रहे हैं मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना का लाभ, इस योजना के अंतर्गत लाभार्थियों को दिया जाता है 50% की अनुदान, जिले में 4 फेज का काम हो चुका है पूरा, जिले के बेरोजगार युवकों को मिल रहा है रोजगार का एक नया अफसर साथ ही लोगों के दूसरों राज्यों में माइग्रेशन में भी आ रही है कमी।



Body:ANCHOR_ राज्य के लोगों को आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी के द्वारा मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना की शुरुआत की गई थी ताकि इस योजना के अंतर्गत लोगों को वाहन खरीदने के लिए 50% तक की सब्सिडी प्रदान करेगी और ग्रामीण लोगों को वित्तीय सहायता कर खुद का रोजगार शुरु कर पाए। बता दें कि बिहार सरकार इस योजना के जरिए बेरोजगारों को रोजगार मिलने का अवसर प्रदान कर रही है।

V.O1_ बता दें कि मुख्यमंत्री परिवहन योजना वैसे लोगों के लिए लाया गया था जो ग्रामीण क्षेत्रों में वास करते हैं और उनके पास कोई रोजगार नहीं है। गांव में रहने वाले लोगों को अपना व्यापार या आर्थिक कारण के लिए वाहन की आवश्यकता पड़ती है लेकिन आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण बहुत से लोग वाहन नहीं खरीद पाते। इस समस्या को देखते हुए बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना को शुरू किया है और इस योजना के अंतर्गत ग्रामीण लोगों को तीन या चार पहिया वाहन खरीदने के लिए सरकार द्वारा 50% की सब्सिडी आर्थिक सहायता ग्रुप में प्रदान की जाती है ताकि इसके जरिए ग्रामीण लोगों को रोजगार के अवसर प्रदान किया जा सके।

V.O2_ इतना ही नहीं इस योजना के तहत बिहार सरकार राज्य में पलायन को रोकने में भी अहम कदम माना जा रहा है। सरकार का मानना है इसके जरिए लोग अपने घर में ही रोजगार कर रहे हैं और उन्हें पैसे कमाने के लिए दूसरे राज्यों का रुख नहीं करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना का मुख्य उद्देश्य है इस योजना में ग्रामीण लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाए ताकि वह अपना खुद का रोजगार अच्छे से शुरू कर पाए और साथ ही साथ अन्य लोगों को भी रोजगार उपलब्ध करने में उनकी मदद करें। बता दें कि कटिहार जिले में कुल 235 पंचायत हैं और सभी पंचायतों में 5 लोगों को इस योजना का लाभ दिया जा रहा है। बता दें कि जिले में मुख्यमंत्री परिवहन योजना का काम 4 फेज में पूरी कर ली गई है।

BYTE1_ मुख्यमंत्री ग्राम परिवहन योजना का लाभ उठाने वाले लाभार्थी संजय कुमार विश्वास बताते हैं मुख्यमंत्री ने बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए यह योजना लाई थी लेकिन इस योजना का लाभ लोगों को सही से नहीं मिल रहा है। वाहन खरीदने के लिए बिहार सरकार के द्वारा इसके लिए ₹100000 तक की सब्सिडी दी जाती है। कुल मिलाकर कहें तो तीन पहिया वाहन में करीब ₹400000 के खर्च आ जाती है और अगर हम खुद अपने पैसे से तीन पहिया वाहन खरीदे तो 250000 से ₹300000 में हो जाएगी लेकिन बिहार सरकार की इस योजना के अंतर्गत हमें ₹100000 अधिक चुकानी पड़ रही है।

BYTE2_ वहीं जिले के उप विकास आयुक्त सुश्री वर्षा सिंह बताती है मुख्यमंत्री परिवहन योजना बिहार में पलायन को कम करने में एक अहम कदम माना जा रहा है। इसके जरिए जिले से लोगों का पलायन भी रुका है और इस योजना के तहत लोग अपनी जीविकोपार्जन चला रहे हैं। उन्होंने बताया जिले में कई लोगों ने इसका लाभ उठा लिया है और अब तक 4 फेज में काम पूरा कर लिया गया है और आगे भी इसका काम जारी रहेगा।


Conclusion:मुख्यमंत्री ग्रामीण परिवहन योजना के तहत लाभार्थी को वाहन खरीदने पर ₹100000 तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है। बता दें कि इस योजना के तहत बिहार राज्य के लगभग 8405 ग्राम पंचायतों को शामिल कर उन्हें सहायता प्रदान किया जाना लक्ष्य है। सरकार के द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में 5 युवाओं को इस योजना का लाभ दिया जाएगा जिसमें 3 अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लोग तथा दो अत्यंत पिछड़े वर्ग से लोगों को दी जा रही हैं। निश्चित रूप से हम कहे तो बिहार सरकार की यह योजना बेरोजगारों को रोजगार देने के लिए एक अच्छा अवसर है और इससे लोग अपना जीविकोपार्जन कर रहे हैं।
Last Updated : Feb 11, 2020, 4:49 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.